बिलासपुर। जिले के देवरी गांव स्थित हसदेव नदी में नहाने के दौरान हुए हादसे में डूबी युवती स्वर्णरेखा ठाकुर का शव घटना के पांचवें दिन बुधवार को मिला। शव घटनास्थल से करीब 30 किलोमीटर दूर पीथमपुर के पास ग्राम देवरहा के पास मिला। इस हादसे में डूबे तीन लोगों की अब तक मौत हो चुकी है, जबकि दो को बचा लिया गया था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया।

शनिवार को हुआ था हादसा, बहाव में बहे थे तीन लोग..
यह दर्दनाक हादसा शनिवार, 4 अक्टूबर को हुआ था। बिलासपुर के सरकंडा निवासी स्वर्णरेखा ठाकुर, आशीष भोई और दयालबंद निवासी अंकुर ठाकुर अपने दोस्तों के साथ देवरी-चिचोली हसदेव नदी के पास पिकनिक मनाने आए थे। शाम को ये सभी नदी में नहाने गए, तभी पानी के तेज बहाव के कारण स्वर्णरेखा, आशीष और अंकुर बह गए थे। इनके साथ मौजूद लक्ष्मीशंकर सतनामी और मोनिका को समय रहते बचा लिया गया था।
20 घंटे बाद मिला पहला शव, तीसरा शव 30 किमी दूर..
हादसे के बाद प्रशासन ने तुरंत खोज एवं बचाव अभियान शुरू किया था।डूबे युवक अंकुर कुशवाहा का शव घटना के करीब 20 घंटे बाद मिला था। वहीं, दूसरे युवक आशीष भोई का शव तीसरे दिन यानी 6 अक्टूबर को बरामद हुआ। युवती स्वर्णरेखा ठाकुर का शव पांचवें दिन बुधवार को मिला, जो पानी के तेज बहाव में बहकर 30 किलोमीटर दूर आ गया था।
इस हादसे ने एक बार फिर देवरी घाट पर सुरक्षा व्यवस्था और चेतावनी संकेतों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

