जांजगीर-चांपा (छत्तीसगढ़)। जांजगीर-चांपा जिले में शनिवार शाम को हसदेव नदी में पिकनिक मनाने गए 5 दोस्त नहाते समय तेज बहाव में डूब गए। यह दुखद घटना पंतोरा चौकी क्षेत्र के देवरी गांव के पास हसदेव नदी पर हुई। रविवार को इनमें से एक युवक अंकुर कुशवाहा का शव घटना स्थल से 15 से 17 किलोमीटर दूर कुदरी बैराज से पहले मिला है।

स्वर्णरेखा और आशीष भोई अब भी लापता हैं, जबकि दोस्त लक्ष्मी शंकर और मोनिका सिन्हा को स्थानीय लोगों ने बचा लिया था। नदी में पानी का जलस्तर बढ़ने से यह हादसा हुआ।
कुदरी बैराज से पहले मिला अंकुर का शव, SDRF की टीम ड्रोन से कर रही तलाश..
नदी में डूबने के बाद शनिवार शाम अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया था। रविवार सुबह 6 बजे जिला बल (DDRF) की टीम ने फिर से तलाशी अभियान शुरू किया। बाद में बिलासपुर से एसडीआरएफ (SDRF) की टीम को भी बुलाया गया।
ASP उमेश कश्यप ने बताया कि बिलासपुर से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है और ड्रोन कैमरे की मदद से लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
पंतोरा चौकी प्रभारी दिलीप सिंह ने बताया कि लापता युवती स्वर्णरेखा का शव सतीगुड़ी एनीकेट के पास देखा गया था, लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण वह आगे बह गया। उन्होंने बताया कि कुदरी बैराज के पास स्थानीय गोताखोरों को भी तैनात किया गया है।
PSC कोचिंग के 4 छात्र, एक रेस्टोरेंट संचालक ; तेज बहाव ने ली जान..
जानकारी के अनुसार, डूबने वालों में स्वर्णरेखा, अंकुर कुशवाहा, आशीष भोई और मोनिका सिन्हा बिलासपुर में पीएससी (PSC) की कोचिंग करते थे, जबकि पांचवां दोस्त लक्ष्मी शंकर जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम अर्जुनी का रहने वाला है और रेस्टोरेंट चलाता है।
सभी दोस्त शनिवार को स्वर्णरेखा की कार से देवरी गांव स्थित पिकनिक स्पॉट हसदेव नदी के पास पहुंचे थे।दरअसल, घटना शनिवार शाम करीब 5-6 बजे की है। पांचों दोस्त नदी में नहाने उतरे, लेकिन हल्का अंधेरा होने के कारण उन्हें गहराई का अंदाजा नहीं लगा और वे तेज बहाव वाले हिस्से में चले गए। नदी किनारे मौजूद स्थानीय लोगों ने जैसे ही डूबते देखा तुरंत छलांग लगाई और लक्ष्मी शंकर और मोनिका सिन्हा को बचाने में कामयाब रहे।
नदी में पिछले 2-3 दिनों से हो रही बारिश के कारण जलस्तर बढ़ा हुआ है और कुदरी बैराज के 3 गेट भी खुले हुए हैं। जिला प्रशासन ने नदी किनारे के सरपंचों को भी इस बारे में जानकारी दे दी है।

