धर्म,संवाद और समर्पण की पदयात्रा : नवरात्रि पर विधायक सुशांत शुक्ला की ‘ध्वजा यात्रा’ आज से प्रारंभ..

7 दिनों में 171 किलोमीटर की पदयात्रा..51 गांव और 12 शहरी क्षेत्रों का भ्रमण..हर दिन नया पड़ाव, हर रात अलग गांव में विश्राम..28 सितंबर को मां महामाया मंदिर रतनपुर में होगा समापन..

बिलासपुर। बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक सुशांत शुक्ला नवरात्रि के शुभ अवसर पर ‘ध्वजा यात्रा’ पर निकलने जा रहे हैं, जो सनातन धर्म, जनसंवाद और जनसेवा को समर्पित एक अद्वितीय पहल है। यात्रा की शुरुआत 22 सितंबर सुबह 9 बजे गिरजाबंद हनुमान मंदिर से पूजा-अर्चना के बाद होगी और 28 सितंबर को मां महामाया मंदिर रतनपुर में ध्वजा अर्पण के साथ संपन्न होगी।

यह यात्रा कुल 171 किलोमीटर की होगी, जिसमें सुशांत शुक्ला 51 गांव और 12 शहरी क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए आमजन से सीधा संवाद करेंगे और क्षेत्र की धार्मिक-सांस्कृतिक विरासत को नमन करेंगे।

🚩 धर्म, संस्कृति और जनसंपर्क का संगम..

इस यात्रा का उद्देश्य है विधानसभा क्षेत्र को भक्तिमय वातावरण से जोड़ते हुए सनातन धर्म की परंपरा को जन-जन तक पहुँचाना। विधायक हर दिन पैदल यात्रा करेंगे और हर रात अलग-अलग गांव में रात्रि विश्राम करेंगे। यात्रा में उनके साथ युवाओं की टीम, कार्यकर्ता और श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल होंगे।

ध्वजा यात्रा का दैनिक कार्यक्रम..

22 सितंबर – गिरजाबंद से प्रारंभ, नवागांव, मेलनाडीह, कर्रा, जाली बेलतरा, बेलपारा, अंधियारी पारा, बगदेवा, कोरबी (विश्राम)।

23 सितंबर – कोरबी से हरदीपारा, पथरापाली, लिम्हा, सलखा, कड़री, नेवसा, गिधौरी, टेकर, भिल्मी, पाण्डेपुर, उच्चभट्ठी (विश्राम)।

24 सितंबर – उच्चभट्ठी से भाड़ी, बाम्हू, अकलतरी, लखराम, पौंसरा (विश्राम)।

25 सितंबर – पौंसरा से चोरहादेवरी, खैरा, डगनिया, सेलर, खपराखोल, बैमा नगोई (विश्राम)।

26 सितंबर – बैमा नगोई से परसाही, उरतुम, मोहरा, मटियारी, चिल्हाटी, लगरा, खैरा, फरहदा, मोपका (विश्राम)।

27 सितंबर – मोपका से चुन्नी सिंह तालाब, टेलीफोन एक्सचेंज रोड, राजकिशोर नगर, बजरंग चौक, वसंत विहार, लिंगियाडीह, अमरैया, बहतराई चौक, खमतराई, बिरकोना, कोनी (विश्राम)।

28 सितंबर – कोनी से सेंदरी, कछार, लोफंदी, पेण्डरवा, रानीगांव, मदनपुर होते हुए मां महामाया मंदिर रतनपुर में समापन।

नवरात्रि में विशेष धार्मिक संदेश..

विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा है कि यह यात्रा केवल धार्मिक आस्था का प्रदर्शन नहीं, बल्कि जन संवाद, संस्कृति और सेवा भाव को समर्पित है। इस दौरान क्षेत्र के धार्मिक स्थलों पर दर्शन, ग्रामीणों से सीधा संवाद, और सनातन परंपरा के संदेशों का प्रसार किया जाएगा।

जनभागीदारी से बनेगा ऐतिहासिक आयोजन..

ध्वजा यात्रा में क्षेत्रीय जनता, युवाओं और समाजसेवियों से लेकर गांव के बुजुर्गों तक की भागीदारी से यह यात्रा एक जनआंदोलन का रूप ले रही है। यात्रा को लेकर क्षेत्र में भारी उत्साह है।