बिलासपुर । अग्रसेन जयंती समारोह 2025 के अंतर्गत आयोजित “म्हारी बोली, म्हारो देश – मारवाड़ी बोलो प्रतियोगिता” में अग्रवाल समाज के बच्चों, युवाओं और महिलाओं ने पारंपरिक मारवाड़ी भाषा में अपनी अभिव्यक्ति देकर कार्यक्रम को भावनात्मक और सांस्कृतिक गहराई प्रदान की।

अग्रवाल नवयुवक समिति द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में कनिष्ठ (5-18 वर्ष) और वरिष्ठ (18 वर्ष से ऊपर) वर्गों में 40 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। सबका एक ही स्वर था – “मारवाड़ी भाषा हमारी पहचान है, हमारे संस्कारों की जड़ है, और इसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है।”
“हमारी बोली में मां की ममता, संस्कृति की सुगंध”


प्रतियोगियों ने मारवाड़ी भाषा में अपने विचार साझा करते हुए कहा कि हमारी भाषा में वह मिठास है, जो मां-बाबा के स्नेह, परिवार के रिश्तों और जीवन के मूल्यों से भरी है। उन्होंने समिति से आग्रह किया कि समाज के बच्चों को भाषा सिखाने के लिए मारवाड़ी कोचिंग सेंटर की शुरुआत की जाए।
प्रतियोगिता में उत्साह, लकी ड्रा और उपहारों की भी रही धूम..

कार्यक्रम में लकी ड्रा के माध्यम से प्रतिभागियों को आकर्षक उपहार वितरित किए गए। अंकुर अग्रवाल और सुनील अग्रवाल ने कहा कि बच्चों और युवाओं में भाषा को लेकर जो उत्साह देखा गया, वह समाज के उज्जवल भविष्य का संकेत है।

कार्यक्रम का शुभारंभ अग्रवाल महासभा के अध्यक्ष शिव अग्रवाल, सचिव सुनील सोथलिया, अनिल अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, तथा नवयुवक समिति के अध्यक्ष अंकुर अग्रवाल एवं सचिव सौरव अग्रवाल द्वारा किया गया। आयोजन को सफल बनाने में नितिन बेरीवाल, क्षितिज जाजोदिया, दीपक गोयल, यादवेंद्र शाह, तुषार अग्रवाल का योगदान सराहनीय रहा। निर्णायक मंडल में सीए उदित सोनी, विनीता केजरीवाल, कृष्णा शर्मा, सुभाष शर्मा उपस्थित रहे।

बिंगो हाउजी में 500 महिलाओं की भागीदारी, त्योहारों की सामग्री पर आधारित खेल ने बांधा समां..

अग्रवाल महिला समिति द्वारा आयोजित बिंगो हाउजी कार्यक्रम में समाज की 500 से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया। यह आयोजन मारवाड़ी त्योहारों (मकर संक्रांति, होली, दीपावली, तुलसी विवाह आदि) में उपयोग होने वाली सामग्रियों पर आधारित था, जिसने खेल को जानकारीपूर्ण और मनोरंजक दोनों बना दिया। इसमें 35 विजेताओं को दैनिक उपयोगी सामग्री के आकर्षक उपहार देकर सम्मानित किया गया। अध्यक्ष रंजना अग्रवाल और सचिव वंदना जाजोदिया ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए महिला शक्ति की सराहना की। आयोजन कर्ता के रूप में ममता अनिल अग्रवाल, सुषमा अग्रवाल, सरिता साजन अग्रवाल, पूजा जाजोदिया, सुनीता प्रवीण अग्रवाल आदि ने सफल संचालन किया।
संस्कृति, भाषा और परंपरा को जोड़ने वाला उत्सव..

इस पूरे आयोजन ने यह साबित किया कि भाषा केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि पहचान, परंपरा और आत्मसम्मान की धरोहर है। अग्रवाल समाज द्वारा यह प्रयास न केवल संस्कृति को सहेजने की दिशा में सराहनीय है, बल्कि नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का माध्यम भी बन रहा है।

