बिलासपुर। बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने अपने प्रोजेक्ट्स में देरी और लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। काम को लटकाकर रखने के चलते दो ठेका कंपनियों पर 5 करोड़ रुपए से ज्यादा का जुर्माना लगाया गया है, जबकि एक ठेका रद्द कर दिया गया है। स्मार्ट सिटी के इस कदम से ठेकेदारों में हड़कंप मच गया है। यह कार्रवाई अरपा उत्थान एवं तट संवर्धन योजना के तहत चल रहे कार्यों को लेकर की गई है।
एक कंपनी पर 3 करोड़ से ज्यादा का जुर्माना..
स्मार्ट सिटी की ओर से पहली कार्रवाई मेसर्स गणपति इंफ्रास्ट्रक्चर पर की गई है। यह कंपनी अरपा नदी के बाईं ओर इंदिरा सेतु से पुराने पुल तक 49 करोड़ 94 लाख रुपये की लागत से सड़क और अन्य निर्माण कार्य कर रही थी। काम समय पर पूरा न होने पर स्मार्ट सिटी ने पहले 37 लाख 50 हजार का जुर्माना लगाया था। इसके बावजूद काम की धीमी रफ्तार को देखते हुए 14 अगस्त को कंपनी पर 2 करोड़ 99 लाख का और जुर्माना लगाया गया और ठेका निरस्त कर दिया गया। ठेका निरस्त होने के बाद कंपनी पर 11 लाख 32 हजार का अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया गया है, जिससे कुल जुर्माना 3 करोड़ 10 लाख 32 हजार रुपए हो गया है। इस काम को अब “अटल पथ” नाम से जाना जाएगा, जिसके लिए 9 करोड़ 73 लाख रुपए का नया टेंडर जारी किया गया है।
दूसरी कंपनी पर भी करोड़ों का जुर्माना..
इसी तरह, अरपा नदी में गंदा पानी रोकने के लिए मंगला में 10 एमएलडी और 6 एमएलडी क्षमता के दो एसटीपी का काम कर रही श्रद्धा कंस्ट्रक्शन पर भी कार्रवाई की गई है। कंपनी पर पहले 19 मई को 40 लाख 62 हजार का जुर्माना लगाया गया था, और अब 14 अगस्त को 94 लाख 78 हजार रुपए का और जुर्माना लगाया गया है। इस तरह 10 एमएलडी क्षमता के प्रोजेक्ट पर कुल 1 करोड़ 35 लाख 40 हजार रुपए का जुर्माना हो गया है। वहीं, 6 एमएलडी क्षमता के एसटीपी पर 64 लाख 9 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। लगातार लापरवाही के चलते अब इन दोनों प्रोजेक्ट्स के ठेके रद्द करने के लिए कंपनी को अंतिम चेतावनी नोटिस जारी किया गया है।

