बिलासपुर । नशे की प्रतिबंधित दवाइयों पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस ने कोनी इलाके में चल रही तीन मेडिकल दुकानों पर औचक निरीक्षण किया। इस दौरान एक दुकान, जो बिना किसी वैध दस्तावेज़ के संचालित हो रही थी, उसे सील कर दिया गया। वहीं, दो अन्य दुकानों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे नियमों का पालन करें और प्रतिबंधित दवाइयों की बिक्री न करें। पुलिस की इस कार्रवाई से मेडिकल दुकान संचालकों में हड़कंप मच गया है।
यह है पूरा मामला..
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर शहर में “चेतना विरुद्ध नशा” अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत शहर के मेडिकल स्टोर्स पर लगातार नजर रखी जा रही है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र जायसवाल और नगर पुलिस अधीक्षक गगन कुमार के मार्गदर्शन में औषधि निरीक्षक नीलिमा साहू और कोनी थाना प्रभारी राहुल तिवारी की एक संयुक्त टीम ने बुधवार 6 अगस्त को कोनी थाना क्षेत्र में तीन मेडिकल दुकानों पर छापा मारा।
दो दुकानें सही मिलीं, एक पर हुई कार्रवाई..

पुलिस टीम ने सबसे पहले श्री गणेश मेडिकल स्टोर और श्रद्धा मेडिकल स्टोर की जांच की। जांच के दौरान दोनों दुकानों के मालिक दीपक सोनवानी और निशा सिंह मौजूद थे। उनकी दुकानों में प्रतिबंधित दवाइयां नहीं मिलीं और बिल भी सही पाए गए। पुलिस ने दोनों दुकान संचालकों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। इसके बाद टीम ने सेंदरी अस्पताल के सामने स्थित आरके मेडिकल स्टोर की जांच की। यहाँ दुकान का मालिक अनुपस्थित था और दुकान की देखरेख कर रहे व्यक्ति के पास कोई भी वैध दस्तावेज़ नहीं थे। दस्तावेज़ प्रस्तुत करने में असमर्थता जताने पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरके मेडिकल स्टोर को सील कर दिया।
नगर पुलिस अधीक्षक गगन कुमार ने बताया कि भविष्य में इस तरह की कार्रवाई और तेज गति से की जाएगी, ताकि शहर में नशे के कारोबार पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके।

