रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और बीजेपी के बीच अडानी समूह और जांच एजेंसियों को लेकर सियासी जंग तेज हो गई है। कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार और अडानी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि उनके बेटे चैतन्य को ईडी ने राजनीतिक साजिश के तहत जन्मदिन पर हिरासत में लिया।
बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि तमनार-गारे पेल्मा कोल ब्लॉक के लिए पेड़ कटाई की मंजूरी बघेल की कांग्रेस सरकार ने ही दी थी। बिलासपुर भाजपा नेता मनीष अग्रवाल ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि घोटालों की आंच अब उनके नेताओं तक पहुंच रही है। कांग्रेस 22 जुलाई को इस मुद्दे पर राज्यव्यापी चक्का जाम की तैयारी में है।
बघेल ने 21 जुलाई को दिल्ली में पत्रकारों से कहा, तमनार में पेड़ कटाई का मुद्दा विधानसभा में उठाने की तैयारी थी, लेकिन केंद्र ने ईडी भेजकर मेरी आवाज दबाने की कोशिश की। उन्होंने इसे अडानी के खिलाफ उनकी लड़ाई से जोड़ा। जवाब में, बीजेपी के मनीष अग्रवाल अपना बयान जारी कर कहा कि बघेल अपनी सरकार के घोटालों से ध्यान हटाने के लिए अडानी और केंद्र पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। तमनार कोल ब्लॉक की मंजूरी 2019 से 2023 के बीच बघेल सरकार ने दी थी। अब वे जनता को गुमराह कर रहे हैं।
दस्तावेजों के मुताबिक, 27 सितंबर 2019 को बघेल सरकार और महाजेनको ने तमनार परियोजना के लिए जनसुनवाई की। 16 अक्टूबर 2019 को पर्यावरण स्वीकृति की अनुशंसा केंद्र को भेजी गई। 11 जुलाई 2022 को पर्यावरण मंत्रालय ने पहली मंजूरी दी। वन स्वीकृति के लिए 19 अप्रैल 2022 को चरण-I की अनुशंसा और 2 जून 2022 को मंजूरी मिली। 23 जनवरी 2023 को चरण-II की अनुशंसा और 27 जनवरी 2023 को अंतिम मंजूरी दी गई।
कांग्रेस नेता चरणदास महंत ने कहा, यह कार्रवाई विपक्ष को कुचलने की साजिश है। हम चक्का जाम कर जनता को सच बताएंगे। दूसरी ओर, मनीष अग्रवाल ने कहा, कांग्रेस के शासनकाल में अडानी को छत्तीसगढ़ में 25000 करोड़ और राजस्थान में गहलोत सरकार ने 65000 करोड़ की परियोजनाओं की मंजूरी दी। अब वे जांच एजेंसियों पर सवाल उठाकर अपनी नाकामियां छिपा रहे हैं।
ईडी की कार्रवाई शराब घोटाले और कोयला घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में चल रही है। 2022 में आयकर विभाग की छापेमारी के बाद बघेल के करीबी सौम्या चौरसिया और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी समेत कई लोग गिरफ्तार हुए। बीजेपी का कहना है कि जांच निष्पक्ष है, जबकि कांग्रेस इसे सियासी बदला बता रही है।
कांग्रेस के चक्का जाम के ऐलान के बाद मनीष अग्रवाल ने कहा, जनता को परेशान करने से सच नहीं छिपेगा। बघेल सरकार ने अडानी को मंजूरी दी, अब वे केंद्र पर इल्जाम लगा रहे हैं।

