सरकारी जमीन पर कब्जे का खेल! निस्तारी भूमि कैसे बनी निजी संपत्ति? होगी जांच..

The game of occupying government land! How did Nistari land become private property? Investigation will be done..

बिलासपुर। जिले में सरकारी जमीन को निजी संपत्ति में तब्दील करने का बड़ा खेल उजागर हुआ है। ग्रामीणों की सामूहिक उपयोग वाली निस्तारी भूमि को भूमाफियाओं और रसूखदारों के नाम चढ़ाने की शिकायतें सामने आई हैं। इस गड़बड़ी पर कलेक्टर अवनीश शरण ने कड़ा रुख अपनाते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। चारों एसडीएम को तत्काल रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।

कौन कर रहा है सरकारी जमीन पर कब्जा ?


सूत्रों के मुताबिक, बिलासपुर जिले के कई तहसीलों में निस्तारी भूमि, जिसमें चारागाह, कब्रिस्तान, गोठान, खलिहान और बाजार शामिल हैं, को निजी लोगों के नाम दर्ज कर दिया गया। राजस्व विभाग की मिलीभगत से इस हेराफेरी को अंजाम दिया गया। कलेक्टर के निर्देश पर कोटा एसडीएम ने जांच शुरू कर दी है। कोटा तहसील में 507 में से 163, बेलगहना में 1545 में से 862 और रतनपुर में 210 में से 196 मामलों में नोटिस जारी किए गए हैं। इसी तरह तखतपुर, मस्तुरी और बिल्हा तहसीलों में भी जांच जारी है। सवाल ये उठ रहा है कि बिना किसी सरकारी आदेश के यह गड़बड़ी कैसे हुई?