धान खरीदी में बड़ी गड़बड़ी: प्रभारी और डाटा ऑपरेटर के खिलाफ FIR, मंडी अध्यक्ष की भूमिका पर भी सवाल..

Big irregularities in paddy procurement: FIR against in-charge and data operator, questions raised on the role of Mandi Chairman too..

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में धान खरीदी में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का मामला सामने आया है। खाद्य विभाग ने मल्हार स्थित धान उपार्जन केंद्र के प्रभारी और डाटा ऑपरेटर के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। भौतिक सत्यापन के दौरान 23 लाख 25 हजार 930 रुपये की गड़बड़ी पाई गई है। इस मामले में मल्हार समिति प्रभारी संतू यादव और डाटा एंट्री ऑपरेटर देवेंद्र बंजारे के खिलाफ मस्तूरी थाना में केस दर्ज किया गया है।

जांच में हुआ खुलासा..

समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान मल्हार समिति में हुई जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। भौतिक सत्यापन के दौरान 5267 धान की बोरियों में से केवल 4497 बोरियों में मानक धान पाया गया। वहीं, 600 बोरियों में भूसी और रेत मिश्रित था, जबकि 170 बोरियों में धान और भूसी मिला हुआ था। इस तरह, 13 फरवरी को हुई जांच में 18,759 बोरी धान कम पाया गया।

प्रभारी और ऑपरेटर पर आरोप..

खाद्य विभाग के अनुसार, धान खरीदी प्रभारी संतू कुमार यादव और डाटा एंट्री ऑपरेटर देवेंद्र बंजारे ने मिलकर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की। इनके खिलाफ धोखाधड़ी और सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला दर्ज किया गया है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में और लोगों की संलिप्तता भी हो सकती है।

मंडी अध्यक्ष रंजीत सिंह की भूमिका पर सवाल..

इस पूरे मामले में मंडी अध्यक्ष की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, धान खरीदी के दौरान हुई गड़बड़ी पर मंडी अध्यक्ष की नजरअंदाजी गंभीर चिंता का विषय है। अब इस मामले में विस्तृत जांच की मांग उठ रही है।

खाद्य विभाग ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है। साथ ही, अन्य संभावित आरोपियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई जारी है। इस घटना ने एक बार फिर धान खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी को उजागर किया है।