जहरीली शराब से हंगामा: 9 की मौत, कई गंभीर, प्रशासन की नींद पर सवाल.. देखें वीडियो..

Chaos due to poisonous liquor: 9 dead, many serious, questions on administration’s sleep.. watch video..

बिलासपुर, छत्तीसगढ़ :बिलासपुर जिले के लोफन्दी गांव में जहरीली महुआ शराब पीने से 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। यह घटना एक बार फिर प्रशासनिक लापरवाही और अवैध शराब के कारोबार पर सवाल खड़े कर रही है। मृतकों में गांव के सरपंच के भाई रामू सुनहले भी शामिल हैं।

तीन दिनों से जारी था मौतों का सिलसिला..

स्थानीय लोगों के अनुसार, पिछले 3-4 दिनों से गांव में लोग बीमार पड़ रहे थे। शुरुआत में तीन लोगों की मौत को सामान्य बीमारी समझकर नजरअंदाज कर दिया गया। लेकिन शुक्रवार रात एक साथ चार लोगों की मौत ने गांव में हड़कंप मचा दिया।

मृतकों में देवकुमार पटेल (दल्लू), बलदेव पटेल, शत्रुघन देवांगन, कोमल देवांगन (नानू), कन्हैया पटेल, रामू सुनहले और कोमल लहरे,बल्लू और बुधराम पटेल शामिल हैं।

अस्पताल में चल रहा इलाज, पोस्टमॉर्टम का इंतजार..

गंभीर हालत वाले चार लोगों का इलाज सिम्स अस्पताल में चल रहा है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मौत की सही वजह का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही चल पाएगा। हालांकि, स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह मामला जहरीली शराब से जुड़ा हुआ है।

सरपंच के भाई की भी गई जान..

मृतकों में गांव के सरपंच रामाधार सुनहले के भाई रामू सुनहले भी शामिल हैं। स्थानीय निवासी जैजै राम पटेल ने बताया कि अब तक 8 – 9 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं।

पुलिस और प्रशासन पर सवाल..

घटनास्थल पर पहुंचे टीआई नवीन देवांगन और एएसपी राजेंद्र जायसवाल ने मीडिया से बातचीत में जांच पूरी होने और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कोई टिप्पणी करने की बात कही है। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध शराब का कारोबार लंबे समय से चल रहा है, लेकिन प्रशासन ने कभी गंभीरता से इस पर कार्रवाई नहीं की।

सिस्टम कब जागेगा?

यह घटना एक बार फिर सवाल खड़ा करती है कि आखिर सिस्टम कब जागेगा? अवैध शराब के कारोबार और प्रशासनिक लापरवाही के चलते हर साल सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। लोफन्दी गांव की यह घटना एक चेतावनी है कि अगर समय रहते कड़े कदम नहीं उठाए गए, तो ऐसी त्रासदियां थमने का नाम नहीं लेंगी।

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