Congress’s Constitution Protector Campaign: Hypocrisy

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस द्वारा 26 नवंबर से शुरू किए जा रहे संविधान रक्षक अभियान पर तीखा हमला बोलते हुए इसे महज एक राजनीतिक पाखंड करार दिया है। उन्होंने कांग्रेस पर संविधान के मूल्यों और आत्मा को लगातार चोट पहुंचाने का आरोप लगाया।श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस का यह अभियान सिर्फ जनता को गुमराह करने और अपने खोए हुए जनाधार को वापस पाने की एक और कोशिश है।
श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस ने संविधान को हमेशा अपने राजनीतिक हितों के लिए इस्तेमाल किया है। आपातकाल के दौरान जिस तरह कांग्रेस ने संविधान और लोकतंत्र का गला घोंटा, उसे यह देश कभी भूल नहीं सकता। उन्होंने याद दिलाया कि आपातकाल के दौरान संविधान में कई संशोधन किए गए और इसकी प्रस्तावना तक में बदलाव किए गए, जो लोकतंत्र के लिए एक काला अध्याय है।
भाजपा नेता ने कांग्रेस पर आरक्षण और सामाजिक न्याय जैसे संवेदनशील मुद्दों पर दोहरी राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अमेरिका में राहुल गांधी द्वारा आरक्षण का विरोध करना कांग्रेस की मंशा को साफ तौर पर उजागर करता है। उन्होंने पूछा कि आखिर कांग्रेस किस आधार पर अब संविधान की रक्षा की बात कर रही है, जबकि उसकी कार्यशैली हमेशा इसके विपरीत रही है।
श्रीवास्तव ने भाजपा सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि वाजपेयी सरकार से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व तक भाजपा ने सामाजिक न्याय और समानता के लिए क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए भाजपा की नीतियों को कांग्रेस के सात दशकों के शासन से कहीं बेहतर बताते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने समाज को केवल जाति, धर्म और वर्ग के नाम पर विभाजित किया।
उन्होंने कांग्रेस पर विदेशी विचारधाराओं को अपनाने और अपने नैरेटिव को गढ़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस अपने कपटपूर्ण आचरण और वैचारिक दरिद्रता के कारण लगातार राजनीतिक गर्त में जा रही है। उन्होंने हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों सहित हाल के उपचुनावों में कांग्रेस की खराब प्रदर्शन को इसकी राजनीतिक रणनीति की विफलता का सबूत बताया।
श्रीवास्तव ने अंत में कहा कि कांग्रेस का यह अभियान भी जनता को गुमराह करने के लिए एक छलावा है। संविधान की रक्षा का दावा करने वाली कांग्रेस को पहले अपने आचरण का मूल्यांकन करना चाहिए। देश के नागरिक अब कांग्रेस की राजनीति को समझ चुके हैं और झूठे वादों से प्रभावित नहीं होने वाले।

