The annual Urs started with the hoisting of the flag, great enthusiasm was seen.. Matka party was a hit, poems of Baba Insan Ali were recited..

बिलासपुर। सूफी-संत हुजूर बाबा सैय्यद इंसान अली शाह रहमतुल्लाह अलैह लुतरा शरीफ का सालाना उर्स रविवार को झंडा फहराने के साथ शुरू हो गया है। सुबह ग्यारह बजे नागपुर के कामठी से आई मटका पार्टी ने दरगाह के सामने बाबा इंसान अली शाह के नाम पर कलाम प्रस्तुत किया।बड़ी भीड़ के बीच साजो समान के साथ परचम उठाकर इंतेजामिया कमेटी, खादिम,मुस्लिम जमात व्यवसाई और ग्रामीण वन विभाग के गार्डन के पास जाकर परचम फहराया। इस मौके पर यहां आए मलंगों ने अनोखा करतब दिखाकर लोगो को हैरत में डाल दिया। आतिशबाजी के अलावा फूलों की वर्षा भी की गई। उर्स के आगाज के साथ ही दोपहर 3 बजे दादी अम्मा का संदल चादर दरगाह से निकाला गया जो मटका पार्टी के साथ मुख्य मार्ग होते हुए दादी अम्मा की दरगाह ले जाया गया जहां चादर पेश कर दुआए खैर मांगी गई। इसके बाद शमा महफिल हाल में लुतरा पंचायत में रहने वाले विभिन्न समाज के लोगों का अभिनंदन इंतेजामिया कमेटी द्वारा किया गया। सम्मान स्वरूप सभी समाज के गणमान्य नागरिकों को बाबा सरकार का प्रसाद के रूप में अलग अलग कलर का गमछा प्रदान कर सम्मान किया गया। इसके पहले यहां खिदमत कर रहे श्रद्धालुओं को बैच बांटा गया। पहले ही दिन बड़ी संख्या में उमड़े जायरीनों के लिए शाकाहारी शुद्ध लंगर का इंतजाम किया गया।चाय नाश्ते से लेकर प्रसाद के रूप में लंगर का 24 घंटे इंतेज़ाम रखा गया है। शुगर के मरीजों का खास ख्याल रखते हुए उनके लिए नान रोटी की व्यवस्था की गई है। रात 9 बजे नात,मनकबत पेश किया गया। बाबा सरकार के चाहने वालों की भीड़ सुबह से ही यहां पहुंच गई थी। जो दिनभर बनी रही। इस दौरान कमेटी के चेयरमैन इरशाद अली सहित इंतेजामिया,उर्स कमेटी के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
आज निकलेगी शाही संदल..
उर्स के दूसरे दिन 21 अक्टूबर को दोपहर 12:40 बजे मजार ए पाक का गुस्ल,सलातो सलाम व शिजरा खानी होगी। दोपहर 3:00 बजे राज बैंड पार्टी के साथ शाही संदल निकलेगी जो खम्हरिया स्थित नानी अम्मा की दरगाह पुराने दरबार में संदल चादर व महफिले समा के साथ ही दरबारी कव्वाल यासीन शोला व उनके साथी सूफियाना कलाम पेश करेंगे। रात 9:00 बजे तकरीर का अजीमुशशान जलसा रखा गया है जिसमें किछौछा शरीफ (उप्र) से आए धर्म गुरु सैय्यद राशिद मक्की मियां साहब व कटिहार बिहार के मुफ्ती मोइनुद्दीन चतुर्वेदी साहब तकरीर (प्रवचन) करेंगे।

