छत्तीसगढ़ के 2500 करोड़ रुपये शराब घोटाले में अनवर ढेबर और एपी त्रिपाठी से होगी पूछताछ, यूपी से ईडी रायपुर लेकर पहुंची



रायपुर। छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित 2500 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। इस घोटाले के मुख्य आरोपी अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को मेरठ जेल से रायपुर लाया गया है। नकली होलोग्राम प्रकरण की पूछताछ के लिए इन्हें रायपुर लाने के बाद आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।

अनवर ढेबर और एपी त्रिपाठी के अलावा अन्य आरोपियों के खिलाफ भी नोएडा में नकली होलोग्राम का केस दर्ज है। इसी केस में पूछताछ के सिलसिले में अनवर ढेबर को प्रोडक्शन वारंट के आधार पर रायपुर लाया गया है। न्यायालय से रिमांड मिलने के बाद ईडी दोनों से पूछताछ करेगी।

ज्ञात हो कि ईओडब्ल्यू ने शराब घोटाले में अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद न्यायिक रिमांड पर रायपुर जेल भेजा था। हाई कोर्ट से जमानत के बाद 19 जून को अनवर के जेल से बाहर आते ही उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई थी। वहीं, एपी त्रिपाठी को भी न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया था और दोनों मेरठ जेल में बंद थे।

ईडी के अधिकारियों ने बताया कि मेरठ जेल से अनवर ढेबर और एपी त्रिपाठी को लाने के दौरान सीसीटीवी कैमरा, वाइस रिकॉर्डर और जीपीएस के माध्यम से निगरानी रखी गई थी।

छत्तीसगढ़ में यह शराब घोटाला 2019 से 2022 तक चला, जिसमें नकली होलोग्राम लगाकर अवैध तरीके से शराब बेची गई। इस घोटाले के माध्यम से राज्य सरकार को करीब 2500 करोड़ रुपये की आर्थिक क्षति पहुंचाई गई है। नकली होलोग्राम, डिस्टलरियों को वितरण, खाली बोतल और अवैध शराब की बिक्री के माध्यम से इस घोटाले को अंजाम दिया गया।

ईडी की इस कार्रवाई से शराब घोटाले के आरोपियों में हड़कंप मच गया है। अब देखना यह होगा कि इनसे हुई पूछताछ में कौन-कौन से नए राज सामने आते हैं और कितने और लोगों की गिरफ्तारी होती है। राज्य सरकार और ईडी की इस संयुक्त कार्रवाई से उम्मीद है कि इस बड़े घोटाले का पर्दाफाश होगा और दोषियों को सजा मिलेगी।