बिलासपुर। डी.पी. विप्र महाविद्यालय में विश्वविद्यालय स्तर पर आर्टस, कामर्स एवं साइस का साईनेक्स मिलेनियम के समापन दिवस पर मुख्य अतिथि शैलेष दुबे, कुलसचिव अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर, अध्यक्षता डॉ. एच. एस होता, छात्रसंघ अधिष्ठाता बिलासपुर विश्वविद्यालय बिलासपुर, माननीय श्री हर्ष पाण्डेय, संपादक, दैनिक भास्कर, डॉ. वाई, डी दीवान, श्री रोहित शर्मा, हाईकोर्ट अधिवक्ता, प्राचार्य डॉ (श्रीमती) अजू शुक्ला एवं श्री अविनाश सेठी अध्यक्ष, एल्युमिनी कमेटी डी.पी. विप्र महाविद्यालय उपस्थित रहे।
डॉ. अंजू शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यार्थियों के अपने मौलिक चिंतन से सृजित मॉडलों से विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित इन मॉडलों पर अनुसंधान की आवश्यकता है। विद्यार्थियों के नवचिंतन और अथक प्रयास पर बधाई देते हुए कहा की जीवन उत्साह और महोत्सव का नाम है, निराशा का नहीं, इसलिए हमेशा अपने कर्म पर विश्वास करते हुए उत्साहपूर्वक अपने कार्य को परिणित करना बाहिए। अर्थ का विकास ही केवल जीवन का उद्देश्य नहीं होना चाहिए बल्कि विनाश से बचने के लिए हमें प्रकृति की सेवा करनी चाहिए। युवा वर्ग यदि शारीरिक मानसिक एवं अध्यात्मिक विकास करे तो यह साथ-साथ समाज का भी विकास करता है। श्री शैलेष दुबे ने अपने उद्बोधन में विज्ञान प्रदर्शनी के सफल आयोजन के लिए लिए बधाई दी। वर्तमान विज्ञान प्रदर्शनी तत्कालीन आवश्यकतानुरूप परिवर्तित दिखाई देता है। यहां पर छात्रों ने पर्यावरण से संबंधित मॉडल अधिक बनाया है, जो उनके सामाजिक चिंतन को बताता है। डॉ. एच.एस. होता ने युवाओं सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा आयोजित स्मार्ट इडियन हैगाथॉन में सम्मिलित होकर अपने मॉडलस को पंजीकृत कर प्रदर्शित करें ताकि उनके प्रतिभा को समुचित विकास कर सके। श्री हर्ष पाण्डेय जी ने साइनेक्स मिलेनियम के 23 वर्षों के पूर्ण होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि 23 वर्षों में मील का पत्थर बन चुका साइनेक्स मिलेनियम अब मील का हीरा बनने के लिए अग्रसर है। छात्र संघ की ओर से श्री टिकेश प्रताप ने कहा कि छात्रों के मेंहनत का परिणाम है कि लगातार 23 वर्षों से इस कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। छात्रों द्वारा मेहनत के साथ मॉडल बनाये जाने पर उन्हें उनकी मेहनत पर उन्हें बोनस अक देने, महाविद्यालय में जीविकोपार्जन से सबंधित कोर्स संचालित एवं महाविद्यालय को आटोनामर्स बनाने की भी मांग की। समापन अवसर पर महाविद्यालय में दुल्हन मॅकअप, सलाद सज्जा, व्यंजन प्रतियोगिता का अयोजन किया है।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ एम एस तम्बोली एवं आभार प्रदर्शन राज वर्मा ने किया। इस अवसर पर लक्की यादव, वीरेन्द्र साहू, जित्तू ठाकुर, गोविन्द सेठी, शिवा गेंदले, आशीष चतुर्वेदी,चित्रकांत निरडवार, परिवेश दीवान, श्री विकास सिंह, आशीष मिश्रा, उमेश साहू, बृजेश बोले, बलराम जायसवाल, हिमेश साहू, मनोज मॅसराम, अरूण नथानी,यश मिरानी सुरेन्द्र अहिरवार, सचिन सूर्या, सन सूर्या, नीरज गोस्वामी, विक्रान्त श्रीवास्तव, श्री प्रवीण देवांगन श्री यजूर तिवारी, डॉ. मनीष तिवारी, विवेक अम्बलकर, डॉ. आभा तिवारी, डॉ एम.एल जायसवाल, डॉ. सुषमा शर्मा, डॉ. आशीष शर्मा, प्रो. ए. श्रीराम, प्रो निधीश चौबे, डॉ. शिखा पहारे, प्रो तोषिमा मिश्रा, प्रो विश्वास विक्टर, डॉ. ऋचा हाण्डा, डॉ. किरण दुबे, प्रो. यूपेश कुमार, प्रो. रुपेन्द्र शर्मा, प्रो. लोकेश कुमार वर्मा, प्रो ज्योति तिवारी प्रो प्राची तिवारी, सुचित दुबे, श्री मनीष साहू, तौरण
यादव, उपासना पाण्डेय, समस्त प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ रूप उपस्थित थ


