छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के जंगलों में एक बार फिर वन्यजीवों का खून बहा है! बागबाहरा वन परिक्षेत्र के ग्राम जोरातराई, कक्ष क्रमांक 179 से जंगली जानवरों के अवैध शिकार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वन विभाग की टीम ने दबिश देकर मौके से 5 शिकारियों को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई में ट्रैक्टर वाहन, जंगली सूअर और हिरण का मांस, भालू का शव और शिकार में उपयोग किए गए बिजली के तार बरामद किए गए हैं।
बताया जा रहा है कि आरोपी शिकारियों ने भालू, हिरण और जंगली सुवर को करंट लगाकर मौत के घाट उतार दिया। वन विभाग ने पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9 के तहत कार्रवाई की है, वहीं एक आरोपी अब भी फरार बताया जा रहा है।
सप्ताह के भीतर यह दूसरा बड़ा शिकार मामला..
गौरतलब है कि एक ही सप्ताह के भीतर यह दूसरा बड़ा शिकार मामला महासमुंद जिले से सामने आया है। लगातार हो रही इन घटनाओं ने वन विभाग की गश्त और निगरानी पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। अगर इसी तरह शिकारियों का आतंक जारी रहा, तो जिले के जंगलों से वन्यजीवों का नामोनिशान मिट जाएगा।

