बिलासपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 29 अक्टूबर 2024 को वर्चुअली लोकार्पित कुमार स्वर्गीय श्री दिलीप सिंह जूदेव शासकीय सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने बुधवार को अपनी पहली वर्षगांठ मनाई, लेकिन 200 करोड़ से अधिक की लागत से बना यह एम्स की तर्ज़ पर बनने वाला अस्पताल आज भी शैशवावस्था में ही है। 44.58 एकड़ में फैले 11 मंजिला इस अस्पताल में अभी भी इनडोर पेशेंट डिपार्टमेंट (IPD) और सभी विभागों में इलाज आरंभ नहीं हो सका है। वर्तमान में यहाँ केवल ओपीडी (OPD) सेवाएं दी जा रही हैं।आधे अधूरे संसाधनों से हुआ था उद्घाटन

आधे अधूरे संसाधनों से हुआ था उद्घाटन..
वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित सादे समारोह में अस्पताल प्रमुख डॉ. बी पी सिंह ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि उन्हें 7 अक्टूबर 2024 को अस्पताल शुरू होने की जानकारी मिली थी, और ‘आनन फानन में आधे अधूरे संसाधनों’ के साथ 29 अक्टूबर को इसका उद्घाटन किया गया।
डॉ. सिंह ने बताया कि आरंभिक स्टाफ, जिसमें नर्सिंग और पैरामेडिकल कर्मी शामिल थे, उन्हें साफ सफाई में भी योगदान देना पड़ा था। पहले दिन 2 ओपीडी सेवाओं और 10 मरीजों के साथ शुरू हुए इस अस्पताल में आज 11 विभाग संचालित हैं। प्रति दिन 110 से 120 मरीज ओपीडी में देखे जा रहे हैं। एक साल में 12750 ओपीडी मरीज देखे जा चुके हैं।
कार्डियक, न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी जैसे विशेषज्ञ मौजूद हैं। 28 मरीजों का लिथोट्रिप्सी (बिना ऑपरेशन पथरी का इलाज) से सफल इलाज किया गया है।
कमी पर नेताओं और डॉक्टरों ने जताया दुख..
समारोह में अतिथियों ने अस्पताल की धीमी प्रगति और कमियों को पर दुख जताया।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने कहा कि वर्तमान में अस्पताल अपनी पूरी क्षमता अनुरूप सेवाएं नहीं दे पा रहा है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि समस्याओं को जल्द दूर कर यह प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के मरीजों को भी उच्च स्तरीय सुविधा प्रदान करेगा।
डॉ. विनोद तिवारी ने स्टाफ को पूरी क्षमता और दक्षता से कार्य करने की नसीहत दी, ताकि मरीज का विश्वास अस्पताल के प्रति बढ़े।
डॉ. धर्मेंद्र कुमार दास : स्वशासी समिति के सदस्य ने कुशल चिकित्सकों के अभाव पर चिंता जताई और कहा कि इस मार्ग की बाधाओं को जल्द दूर किया जाएगा। उन्होंने इस विश्वस्तरीय सुविधा की आम लोगों को जानकारी न होने पर भी ध्यान आकर्षित किया और प्रचार प्रसार पर जोर देने की बात कही।
ऑपरेशन थिएटर और लैब की प्रतीक्षा..
डॉ. बी पी सिंह ने बताया कि अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर और पैथो लैब लगभग तैयार हैं। उन्होंने नियमित स्टाफ की कमी का हवाला देते हुए बताया कि वर्तमान में कलेक्टर दर पर नियुक्त स्टाफ काम कर रहे हैं। वर्तमान में ऑपरेशन और पैथोलॉजी सेवाएं सिम्स (CIMS) की मदद से ली जा रही हैं। समारोह में स्टाफ का उत्साहवर्धन करते हुए प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।

					