रायपुर/नागपुर। छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टे का मायाजाल थमने का नाम नहीं ले रहा। महादेव सट्टा एप के बाद अब ‘शिवा बुक’ नाम से नया ऑनलाइन सट्टा एप सामने आया है। खैरागढ़ गंडई छुईखदान जिले में इस एप से करीब 20 करोड़ रुपये के संदिग्ध ऑनलाइन लेनदेन का बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नागपुर से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी छत्तीसगढ़ के ही निवासी हैं।

मिली जानकारी के अनुसार यह पूरा खेल 18 जून 2025 को खैरागढ़ में एक व्यक्ति के ऑनलाइन जुआ खेलते पकड़े जाने से शुरू हुआ। उसी से मिले सुराग के आधार पर पुलिस ने सर्वर की लोकेशन ट्रेस की और नागपुर व दुर्ग में सट्टा रैकेट की दो बड़ी ब्रांचों का पर्दाफाश किया।
सटोरियों ने नागपुर में एक किराए का फ्लैट ले रखा था जहां से वे मोबाइल और लैपटॉप के जरिए ‘शिवा बुक’ एप का संचालन कर रहे थे। 11 जुलाई को पुलिस ने गोपनीय सूचना के आधार पर दबिश दी और 6 आरोपियों को धर दबोचा। जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि ‘शिवा बुक’ उसी सर्वर से चल रहा था जिससे पहले ‘महादेव बुक’ ऑपरेट किया जा रहा था। इतना ही नहीं ‘अन्ना रेड्डी’ ‘लोटस’ ‘शिवनाथ’ और ‘शिवा बुक’ जैसे कई एप एक ही सोर्स कोड पर विकसित किए गए हैं जो इस पूरे नेटवर्क के एक बड़े सिंडिकेट की ओर इशारा करता है।
पुलिस के अनुसार इस एप का कनेक्शन दुर्ग से लेकर दुबई तक फैला हुआ है। जांच एजेंसियां इसमें हवाला ड्रग्स और बिटकॉइन जैसे संदिग्ध लेनदेन की भी आशंका जता रही हैं। पुलिस इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है ताकि इसके मास्टरमाइंड तक पहुंचा जा सके।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने 50000 रुपये नकद 2.28 लाख रुपये बैंक में जमा 25 मोबाइल 2 लैपटॉप 26 एटीएम कार्ड 19 पासबुक 14 चेकबुक 8 आधार कार्ड पासपोर्ट और महत्वपूर्ण रजिस्टर बरामद किए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार है:
- क्षत्रपाल पटेल 21 डोंगरगढ़
- कुंज पन्ना 24 जशपुर
- समीर बड़ा 22 जशपुर
- धनंजय सिंह 34 दुर्ग
- चंद्रशेखर अहिरवार 33 दुर्ग
- डूमेश श्रीवास 21 भिलाई

