
बिलासपुर।श्री झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चकरभाटा में विजयदशमी के दिन निशुल्क मुंडन संस्कार का आयोजन किया गया यह तीसरा वर्ष हैं।जिसमें 17 बच्चों का मुंडन संस्कार हुआ कार्यक्रम शाम 4:00 बजे आरंभ हुआ भगवान झूलेलाल भगवान रामचंद्र जी के फोटो पर फुल अर्पण कर दीप प्रजवलित करके की गई आज के इस कार्यक्रम में मुंडन संस्कार में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों से परिवार पहुंचे थे।अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर मंदिर में मुंडन कराया इस अवसर पर संतलाल सांई जी ने सभी बच्चों को आशीर्वाद दिया भेटा दी वह अपनी अमृतवाणी में फरमाया कि 16 संस्कारों में से आठवां संस्कार हैं मुंडन संस्कार यह संस्कार तब होता हैं जब किसी बच्चे का जन्म होता हैं तब जो उसके सिर पर बाल होते हैं उसे शुभ नहीं माना जाता हैं इसलिए उसका मुंडन संस्कार करना अनिवार्य होता हैं मुंडन संस्कार करने से जो बाल होते हैं वह सब काट दिए जाते हैं शास्त्रों के अनुसार मुंडन संस्कार करने से बच्चे का मानसिक विकास होता हैं दरअसल गर्भ में शिशु पर जो बाल आते हैं वह अपवित्र माने गए हैं और मुंडन संस्कार के माध्यम से शिशु के बालों को पवित्र किया जाता हैं साथ ही मुंडन संस्कार करने से बच्चा दीर्घायु होता हैं। मुंडन संस्कार का भी एक मूहरत होता हैं जिसे अच्छा समय कहा जाता हैं जैसे आदित्य तृतीया पंचमी सप्तमी दशमी एकादशी शुभ मानी जाती हैं और आज विजयादशमी हैं बड़ा ही शुभ दिन हैं और इस पावन अवसर पर पावन दिन पर ऐसे संत नगरी में मंदिर में शुभ कार्य हो रहा हैं जो बड़े खुशी की बात हैं वैसे भी इस मंदिर में धर्मोंथ के कार्य हमेशा होते रहते हैं और संत जनों के सानिध्य में ऐसे आयोजन होने चाहिए जिससे सभी को लाभ मिले वह अपनी संस्कृति अपना धर्म से लोगों का जुडा़व भी रहे अगले साल जनवरी माह में इसी जगह में जनेऊ संस्कार का आयोजन किया जाएगा और शिवरात्रि में सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाएगा।
आज के इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में बाबा गुरु मुख दास सेवा समिति झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप की सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।

