स्लेट पर बत्ती चलाकर लिखा ॐ और शुरू हो गई पढ़ाई की यात्रा,,सरस्वती शिशु मंदिर तिलकनगर राजकिशोरनगर में मल्टीपरपज रंगारंग कार्यक्रम,,

बिलासपुर। बसंत पंचमी सकारात्मक जीवन से जुड़े कई उद्देश्य एक साथ लेकर आता है। सरस्वती शिशु मंदिर तिलकनगर में छोटे बच्चों की पोथी यात्रा विद्यारंभ संस्कार सरस्वती वंदन पूजन मातृ-पितृ पूजन पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

सरस्वती पूजन के दिन छोटे बच्चों को स्लेट पेंसिल देकर पहली बार लिखावट के माध्यम से शिक्षा उपलब्ध कराने का शुभ संकल्प शुरू किया गया। नव प्रवेश लेने वाले छोटे बच्चों को स्लेट पेंसिल कैरी बैग निशुल्क प्रदान किया गया। पंडित शारदा प्रसाद पांडेय ने विधिवत मंत्र उच्चारण के साथ विद्यारंभ संस्कार हवन पूजन कराया। इस मौके पर पेरेंट्स बहुत खुश नजर आ रहे थे। स्कूल से निकली पोथी यात्रा का व्यवसाईयों ने अपनी दुकान से बाहर निकाल कर फूल वर्षा करते हुए भव्य स्वागत किया। पोथी यात्रा वेंकटेश मंदिर तक गई। वेंकटेश भगवान का आशीर्वाद मिलते ही जिंदगी की शैक्षणिक यात्रा भी शुरू हो गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व छात्र सौमित्र गुप्ता और समिति के अध्यक्ष डॉ शिव शंकर दुबे ने आशीर्वचन दिया। पंडित गौरीशंकर मिश्रा ने बसंत पंचमी के बहुउद्देशीय महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी से संगीत विद्या बुद्धि सीखने की यात्रा प्रारंभ हो जाती है। यह खुशी उत्साह उमंग का उत्सव है। डॉ आशीष शर्मा , डा भुवनसिंह राज , बैजनाथ राय , शिवराम चौधरी ने खेल पढ़ाई अनुशासन के लिए प्रतिभाशाली उपलब्धि हासिल करने वाले बच्चों को पुरस्कार देते हुए उत्साह वर्धन किया। बच्चों ने अपने माता-पिता का विधिवत मंत्र उच्चारण के साथ पूजन भी किया।

लीना पटेल ,कृष्णा देवांगन, रेणु कुमारी, आदित्य कश्यप, अखिल ध्रुव, अभय शुक्ला, अनीश देवांगन, समीर माथुर, भाव्य नामदेव,हिमांशु साहू ,समीर माथुर ,अंकित ध्रुव, केशव सूर्यवंशी, हेमंत साहू ,योगेश सूर्यवंशी को पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर स्कूल के सभी शिक्षक उपस्थित थे।

सशिमं राजकिशोरनगर

मुख्य अतिथि समाजसेवी सी एस गंभीर , व्यवसायी सुरेंद्र जोशी , नेतराम सैनिक , जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा, सामाजिक कार्यकर्ता जय वाधवानी ने बच्चों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम की सफलता में प्राचार्य लक्ष्मीकांत मजूमदार आनंदी दुबे प्रीतिबाला पटेल हेमंत पांडेय शशि भारती सभी आचार्यों स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा।‌