
बिलासपर। डी एल एस स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर (छत्तीसगढ़) की रासेयो इकाईयों द्वारा डी.एल.एस. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ‘कारगिल विजय दिवस‘ पर ‘मेरी माटी मेरा देश वसुधा का संवर्धन, वीरों का अभिनंदन‘ कार्यक्रम के अंतर्गत श्री उमाशंकर तिवारी जी (पूर्व सैनिक-नायक चिकित्सा कोर, भारतीय सेना) का सम्मान और अभिनंदन किया गया।
सर्वप्रथम दीप प्रज्जवलन से अभिनंदन समारोह का प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर उमाशंकर तिवारी ने कारगिल युद्ध की समस्याओं और विजय में विभिन्न स्तरों को समझाते हुए कहा कि देश की सेवा के बतोलेबाजी से नहीं अपितु अपने रक्त से सींचकर की जाती है। सैनिकों के जोश-होश और अदम्य साहस से कारगिल युद्ध जीता गया। आज ही के दिन अठ्ठारह हजार फीट पर तिरंगा लहराया गया था। चेयरमैन श्रीमती निशा बसंत शर्मा ने भारतीय सेना के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करते हुए कहा कि देश आप सैनिकों का ऋणी है और रहेगा। प्राचार्य डाॅ. रंजना चतुर्वेदी ने युवाओं को प्रेरित करते हुए देश को सकारात्मक दिशा देने की बात कहीं। इस अवसर पर उन्होंनें बाबा भारती और खडग सिंह वाली सुदर्शन लिखित ‘हार की जीत‘ कहानी का भी स्मरण किया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. प्रताप पाण्डेय रासेयो प्रभारी व आभार प्रदर्शन सुश्री संस्कृति शास्त्री रासेयो कार्यक्रम अधिकारी ने किया। समारोह में बी.एड. के छात्र-छात्राओं द्वारा देशभक्तिपूर्ण विविध प्रस्तुतियाँ भी दी गई। इस अवसर पर हीरालाल साव, सत्यव्रत शर्मा, सचिव उमेश जाधव, सीईओ राकेश दीक्षित, डाॅ. क्षमा त्रिपाठी, सुनीता द्विवेदी, डाॅ. नेहा बेहार, डाॅ. स्वाति शर्मा, डाॅ. प्रीती मिश्रा, राजेश सिंह, अर्चना तिवारी, सुष्मिता मिश्रा, मुक्ता कुमारी, सारिका श्रीवास्तव, मनोज निषाद, इंन्द्रजीत साहू, देवकी साहू, मानसी यादव, अंतरा बर्मन, प्रियंका यादव, सिमरन यादव, सुषमा निर्मलकर, रविकिरण, चंचल, राकेश शर्मा, नितिश शर्मा, महेश जांगड़े, धरमपाल पोर्ते, पुरूषोत्तम, संजय, इन्द्रकुमार, सत्येन्द्र, आशुतोष सहित महाविद्यालय के समस्त स्टाफ, रासेयो के स्वयंसेवक व बी.एड. प्रशिक्षणार्थी भी उपस्थित रहे।

