बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेल जोन का मुख्यालय होने के बावजूद शहर को मेट्रोपॉलियन सिटीज तक सीधी ट्रेन सेवा की पर्याप्त सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है। आईटी सिटी हैदराबाद जाने के लिए शहर और आसपास के हजारों यात्री पर्याप्त सुविधाओं के अभाव में परेशान हो रहे हैं।
नागरिक संस्कार श्रीवास्तव उमाशंकर सोनी प्रतीक वर्मा डॉ राजीव श्रीवास्तव के नेतृत्व में के नेतृत्व में पिछले दिनों करीब 40 लोगों की टीम हैदराबाद शादी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गई थी लेकिन लौटते समय सीधे ट्रेन की सुविधा उपलब्ध न होने के कारण वापसी एक दिन लेट हुई। मजबूरी में रायपुर तक चलने वाली ट्रेन में रिजर्वेशन कराना पड़ा। इस वजह से बहुत से यात्रियों को बिलासपुर के लिए सीधे ट्रेन नहीं होने के कारण हैदराबाद स्टे करना पड़ता है। जो काफी महंगा साबित हो रहा है। हजारों यात्रियों की इस परेशानी को देखते हुए जागृत नागरिक संस्कार श्रीवास्तव ने रेल मंत्री को ट्रेन नंबर 12771 और 12772 रायपुर सिकंदराबाद रायपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस को दक्षिण पूर्व मध्य रेल जोन के हेड क्वार्टर बिलासपुर तक पढ़ने की मांग की है। रेलमंत्री सहित रेल प्रशासन के तमाम बड़े अधिकारियों को ट्विटर पर अपनी यात्रा को लेकर हुई परेशानियों का हवाला देते उन्होंने कहा है कि बिलासपुर रेलवे जोन हेड क्वार्टर तक ट्रेन को नहीं लाया जाना जोनल मुख्यालय के यात्रियों के साथ अन्याय है। रायपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी जरूर है लेकिन रेल प्रशासन के लिए जोनल मुख्यालय हेड क्वार्टर को ज्यादा महत्व देना चाहिए । इसलिए रायपुर सिकंदराबाद एक्सप्रेस को बिलासपुर तक विस्तारित करना सही अर्थों में यात्री सुविधाओं को जुटाना कहलाएगा।
बता दें कि सिकंदराबाद से रायपुर के लिए 12771 सोमवार बुधवार शुक्रवार को रात 10:40 पर रवाना होती है जो अगले दिन रायपुर क्रमशः मंगलवार गुरुवार शनिवार को दोपहर 1:45 पर पहुंचती है। वहीं 12772 रायपुर से हर मंगलवार गुरुवार शनिवार को शाम को 4:45 पर रवाना होकर अगले दिन सिकंदराबाद सुबह 8:30 बजे पहुंचती है। मतलब रायपुर में ट्रेन के आने के बाद 3 घंटे बाद सिकंदराबाद के लिए रवाना कर दिया जाता है। यदि बिलासपुर रेलवे स्टेशन में लोड ज्यादा हो तो इस ट्रेन को उसलापुर से चलाने की सलाह भेजी गई है। इन यात्रियों ने जोनल मुख्यालय के हजारों यात्रियों को की परेशानी को देखते हुए रायपुर से सिकंदराबाद आने वाली ट्रेन की टाइमिंग को संशोधित करते हुए बिलासपुर तक विस्तारित करने की मांग की है। साथ ही इस मांग को पूरा करने के लिए रेलवे जोन संघर्ष समिति और तमाम सामाजिक संगठन के साथ राजनीतिक संगठनों का भी समर्थन मांगा है।

