बिलासपुर / छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 1 अप्रैल 2024 से शराब की दामों में वृद्धि की गई है जिसके बाद से पूरे प्रदेश में 1 अप्रैल से अधिक दामों पर शराब का विक्रय शुरू हो गया है लेकिन देर शाम तक रेट लिस्ट आने और असमंजस की स्थिति की वजह से बिलासपुर के शराब दुकानों में कार्य करने वाले सुपरवाइजर और कर्मचारियों ने इसका जमकर दुरुपयोग करते हुए शराब सेवन करने वाले ग्राहकों से अवैध वसूली की..
दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शराब के दामों में वृद्धि की गई है जिसका परिपालन 1 अप्रैल से किया जा रहा है शराब दुकानों के बाहर रेट लिस्ट नहीं टांगे होने की वजह से ग्राहक दूकान तो पहुंचे लेकिन उन्हें कीमतों का ज्ञान न होने की वजह से उन्हें कीमत से अधिक पैसे चुकाने पड़े वही नियमों की जानकारी देने और सही रेट में शराब देने की वजह दुकान में काम करने वाले सुपरवाइजर और कर्मचारियों ने इसका जमकर फायदा उठाया बिलासपुर के व्यापार विहार बस स्टैंड और अन्य जगहों पर स्थित शराब दुकान में शराब की कीमतों से अधिक पैसे वसूले गए वहीं ग्राहक भी भटकते और परेशान होते नजर आए..
आबकारी विभाग द्वारा नई रेट लिस्ट दुकानों में नहीं लगाई गई है इसकी वजह से कल देर शाम तक ग्राहकों को यह पता नहीं चल पाया कि, कि शराब की कीमत में कितनी बढ़ोतरी की गई है और उसे शराब का वाजिब मूल्य क्या है ऐसे में जानकारी न होने का खामियां आज ग्राहकों को भुगतना पड़ा और इसका फायदा शराब दुकान में कार्यरत सुपरवाइजर और कर्मचारियों ने उठाया..ग्राहकों से 40/- रू.से 400/- रु.तक अलग – अलग ब्रांड के शराब में वसूले गए..खासकर व्यापार विहार शराब दुकान के सुपरवाइजर द्वारा ग्राहकों को एक ही ब्रांड का शराब को अलग-अलग रेट में बेचता हुआ देखा गया और कई ग्राहकों वापस करने वाला भी पैसा वापस नहीं किया बल्कि ग्राहकों डाट कर भागा दिया गया..वहीं ग्राहक बाहर निकलकर अपनी परेशानी एक दूसरे से बताते नजर आए..
ऐसे में देखने वाली बात है कि आबकारी विभाग द्वारा इस तरह ग्राहकों को भ्रमित कर अधिक पैसे वसूल के मामले में किस तरह की कार्रवाई की जाती है या फिर इस पर भी आबकारी निरीक्षकों का आशीर्वाद इस तरह बना रहता है जिस तरह अवैध शराब बनाने और बेचने वाले कोचियों और शहर में देर रात तक बार संचालित कर शराब पर शराब परोसने वालों पर बना रहता है..

