
बिलासपुर।श्री पीताम्बरा पीठ सुभाष चौक सरकंडा बिलासपुर छत्तीसगढ़ स्थित नगर एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश का अद्वितीय त्रिदेव मंदिर मे स्थापित 108 किलो वजनी पारद शिवलिंग के साथ प्रथम सावन महोत्सव धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। पीठाधीश्वर आचार्य दिनेश महाराज ने बताया कि देश एवं प्रदेश की खुशहाली,सुख शांति,समृद्धि के लिए श्री ब्रह्मशक्ति बगलामुखी देवी प्रसन्नार्थ किए जा रहे 153 दिवसीय पीताम्बरा पीताम्बरा हवनात्मक महायज्ञ दिनांक 16 जून 2023 से प्रारंभ होकर 27 नवम्बर 2023 तक निरन्तर रात्रि 8:30 बजे से 1 बजे तक चलेगा।जिसमे 36 लाख आहुतियाँ दी जाएगी।इसी क्रम मे श्री शारदेश्वर पारदेश्वर महादेव जी का नित्य प्रतिदिन महारुद्राभिषेक विद्वानों द्वारा श्रावण मास एवं श्रावण अधिक मास 2 माह पर्यंत तक निरन्तर प्रात: 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक चलेगा।
*पारद शिवलिंग की महिमा**
धर्मशास्त्रों के अनुसार पारद शिवलिंग साक्षात् भगवान शिव का ही रूप है इसलिए इसकी पूजा विधि विधान से करने से कई गुना फल प्राप्त होता है और हर मनोकाना की पूर्ति होती है । इसे कामना लिंग भी कहा जाता है । करोड़ों शिवलिंग की पूजा से जो फल प्राप्त होता है वह फल पारद शिवलिंग के दर्शन मात्र से प्राप्त हो जाता है।
*पारद शिवलिंग की विशेषता*
चरक संहिता समेत कई पुराणों में इसका वर्णन मिलता है कि पारद स्वयं सिद्ध धातु है । पारद शिवलिंग की पूजा से विभिन्न प्रकार के ग्रह दोष एवं सभी कष्टों का निवारण होता है। सभी प्रकार के तन्त्र-मन्त्र स्वतः समाप्त हो जाते हैं। आस-पास मौजूद बुरी शक्तियों का नाश हो जाता है। पारद शिवलिंग की पूजा करने वाले साधक की रक्षा स्वयं महाकाल और महाकाली करते हैं । ब्रह्मपुराण के अनुसार जो व्यक्ति प्रतिदिन पारद शिवलिंग की दर्शन करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। पारद शिव लिंग की पूजा करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है, साथ ही साथ लक्ष्मी, सुख-शांति, ऐश्वर्य, अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष एवं विद्या की प्राप्ति होती है।
*श्री ब्रह्मशक्ति बगलामुखी देवी की उपासना विशेष रूप से*
श्री ब्रह्मशक्ति बगलामुखी देवी की उपासना सभी प्रकार के कार्यों की सिद्धि हेतु की जाती है विशेष रूप से वाद-विवाद, शास्त्रार्थ, मुकदमे में विजय प्राप्त करने के लिए, अकारण कोई आप पर अत्याचार कर रहा हो तो उसे रोकने, सबक सिखाने, बन्धन मुक्त, संकट से उद्धार, उपद्रवों की शांति, ग्रह शांति, विवाह में आ रही समस्याओं के निराकरण, सन्तान प्राप्ति, ऋण मुक्ति, भय मुक्ति, पारिवारिक विकास, सुख-समृद्धि, ऐश्वर्य प्राप्ति, तंत्र बाधा निवारण, प्रतिस्पर्धा में विजय एवं सर्वांगीण सफलता प्राप्ति के लिए विशेष फलदाई है।

