
बिलासपुर। शरद पूर्णिमा आज मनाया जाएगा। लेकीन चंद्रग्रहण लगने के कारण इस बार रात में खीर का प्रसाद लोग नही रख सकेंगे। इस बार मंदिर के गर्भ गृह से भगवान नहीं निकलेंगे, तथा भक्तों को दर्शन नहीं मिलेगा। केवल भजन-कीर्तन होंगे।
शहर के ज्यादातर मंदिरों में इस बार खीर का प्रसाद नही बंट पाएगा। चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर शनिवार देर रात 1 बजे से लेकर 2 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। यानी यह ग्रहण 1 घंटा 18 मिनट का रहेगा। इसका मोक्ष 2.23 बजे पर होगा। मोक्ष के बाद ·ान आदि कर छत पर खीर रखा जा सकता है। इससे पूर्व शाम चार बजे सूतक काल शुरू हो जाएगा। इसके बाद पूजा पाठ आदि कार्यो पर विराम लग जाएगा।
घोंघाबाबा मंदिर में की जाएगी ठाकूरजी की सेवा
शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण रहता हैं ऐसे में इस दिन ग्रहण लगना बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला हैं। इस साल का अंतिम चंद्रग्रहण मेष राशि में लगने जा रहा हैं। ग्रहण का असर सभी राशियों पर दिखाई देने वाला हैं।
घोंघा बाबा मंदिर के पदाधिकारियों ने बताया कि चंद्रग्रहण होने के कारण इस साल शनिवार दोपहर में ही शरद पूर्णिमा महोत्सव मनाया जाएगा। सूतक लगने से पहले ठाकूरजी की पूरी सेवा की जाएगी। भगवान को खीर का भोग लगा दिया जाएगा। भक्तों को भी प्रसाद वितरित किया जाएगा। इसके बाद दोपहर 2 बजे ही भगवान की संध्या पूजा की जाएगी। इसके बाद पट बंद कर दिया जाएगा। अगले दिन भगवान के अभिषेक के बाद भक्तों को दर्शन मिलेगा।
सदरबाजार स्थित वेंकटेश मंदिर में भी इस बार भगवान गर्भ गृह से बाहर नहीं आएंगे। सुबह 11 बजे पूजा-अर्चना के बाद भगवान का पट बंद हो जाएगा। ग्रहण के बाद रात दो बजे भगवान को जल का भोग लगेगा। भक्तों को भगवान अगले दिन दर्शन देंगे। ग्रहण के दौरान भजन-कीर्तन होगा। पीताम्बरा पीठ त्रिदेव मन्दिर सुभाष चौक सरकण्डा में चल रहे श्री पीताम्बरा हवनात्मक महायज्ञ 28 अक्टूबर को होने वाले चंद्र ग्रहण के कारण पीताम्बरा हवनात्मक यज्ञ रात्रिकालीन की जगह सुबह 9 बजे से 3बजे तक किया जाएगा । इसके बाद महाआरती की जाएगी फिर मंदिर का पट शाम चार बजे से बंद हो जाएगा। रविवार को मंदिर का पट पुन: 8 बजे श्रद्धालूओ के दर्शन के लिए खुलेगा।
चंद्रग्रहण का सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे पूर्व से शुरु हो जाता है। इस बार भी सूतक शाम में 4 बजकर 5 मिनट पर आरंभ हो जाएगा। ग्रहण के कारण इस बार केवल भजन-कीर्तन होगा। जबकि मंदिर के पट बंद रहेंगे। शरद पुर्णिमा के विशेष मौके पर हर साल की तरह इस बार भी जूनी लाइन अग्रसेन भवन स्थित डॉ. नरेंद्र शर्मा आयुर्वेद चिकित्सक वैद्य शाला में दमा की निशुल्क दवा बांटी जाएगी।

