
रायगढ़. मंत्री अकबर के अमले का पूरा ध्यान वसूली और ठेकेदारी से आगे बढ़ ही नहीं रहा।पहले छत्तीसगढ़ में बाघों के संरक्षण पर फ़ज़ीहत करवायी। 4 साल में बाघ पर 183 करोड़ खर्च करके बाघ संख्या 46 से 19 कर दिया। उसके बाद बस्तर में तेंदूपत्ता का बैंड बजा दिया। 2017 में तेंदूपत्ता भुगतान 1200 करोड़ वे सीधे 700 करोड़ पर पहुँचा दिया। इसके बाद छत्तीसगढ़ को हाथियों का क़ब्रगाह बना कर रख दिया है।आये दिन या तो हाथी के मरने की सूचना आती है या तो हाथी से इंसान के मरने की।ताज़ा मामला रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बनहर सर्किल के ग्राम चुहकीमार में आज फिर एक जंगली हाथी का शव मिला है। गांव में हाथी का शव मामले की जानकारी लगते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर मृत हाथी के पोस्टमार्टम की तैयारी में जुट गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही जंगली हाथी के मौत के कारणों का पता चल सकेगा। लेकिन स्थानीय लोगों ने इसे करंट से शिकार की आशंका जताई है।

वनमंत्री जंगल ख़त्म करके ही मानेंगे ??धरमजयगढ़ वन मंडल में फिर मिला एक नर हाथी का शव, करंट से शिकार की आशंका, वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में होगा मौत के कारणों का खुलासा
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वनमंडल के छाल वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बनहर बीट में आज एक जंगली हाथी का शव मिलने से वन विभाग में हडकंप मच गया है। ग्रामीणों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। विभाग के अधिकारी अभी तक कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं।
बताया जा रहा है कि मृत हाथी की उम्र करीब 5 से 6 वर्ष की होगी। बीती रात ही जंगली हाथी की मौत होनें का अंदाजा लगाया जा रहा है। जंगली हाथी की मौत के कारणों का पता नही चल सका है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही जंगली हाथी के मौत के कारणों का पता चल सकेगा। वहीं इस संबंध में धरमजयगढ़ डी.एफ.ओ. से जानकारी लेने उनके मोबाइल में कॉल किया गया पर मोबाइल की घंटी बजती रही और उन्होंने फोन नहीं उठाया। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा।
जब से धरमजयगढ़ वनमंडल में अभिषेक जोगावत डी.एफ.ओ.बन कर आये तब से लगातार लगभग 10 हाथियों की मौत हो चुकी हैं और लगभग 5 से 6 हाथियों की मौत करेंट से हुई हैं।अब देखना ये है कि वन मंत्री हाथियों की मौत में डी.एफ.ओ. अभिषेक जोगावत को सस्पेंड करते हैं या फिर अभयदान देते हैं।
आए दिन हो रही हाथी की मौत
धरमजयगढ़ वन मंडल क्षेत्र में बीते कई सालो से जंगली हाथियों की संख्या में इजाफा हुआ है और इलाके में चालीस से अधिक गांव इन जंगली हाथियों के आतंक से जूझ रहे हैं। बीते पांच साल में बढ़ती हाथियों की संख्या में आम जनता व जंगली हाथियों के बीच संघर्ष भी देखा जा रहा हैं।
जिससे लगभग दर्जन से अधिक जंगली हाथियों के करंट या अन्य तरीकों से मौत हो चुकी है। वहीं आए दिन जंगली हाथियों के द्वारा ग्रामीण किसानों की फसलों को लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
जे.पी.अग्रवाल की रिपोर्ट

