
बिलासपुर/ न्यायधानी बिलासपुर के महापौर रामशरण यादव का ऑडियो निर्दलीय प्रत्याशी अरुण तिवारी ने वायरल किया था। इसके बाद से बिलासपुर सहित प्रदेश भर में महापौर के इस ऑडियो का जमकर बीजेपी प्रचार प्रसार कर रही हैं। ऑडियो में रामशरण यादव ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सहित विजय केशरवानी,शैलेश पांडे पर गंभीर आरोप लगाकर 4 करोड़ में टिकट लाने का दावा किया था । इसके बाद से लगातार सवाल उठ रहे थे,कि कांग्रेस में अपने प्रत्याशी के लिए करोड़ों रुपए का लेनदेन किया। प्रदेश भर में प्रदेश भर में हो रही जमकर किरकिरी के बाद कांग्रेस ने महापौर को निलंबित कर दिया था।लेकिन एक जिम्मेदार कांग्रेसी महापौर के इस ऑडियो को अब बीजेपी हथियार बना चुकी हैं।
मुंगेली में आयोजित प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस ऑडियो पर जमकर चुटकी ली और कांग्रेस की मंशा ही सब की ऐसी ही हैं। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की गोल बाजार में आयोजित नुक्कड़ सभा में ऐसे ही विवादित महापौर रामशरण यादव का मंच साझा करना कांग्रेसियों में भी चर्चा का कारण बना रहा। बिलासपुर से विधायक शैलेश पांडे लगातार अपनी सीट बचाने के लिए प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं।ऐसे में महापौर रामचरण यादव कभी भी उनके साथ प्रचार प्रचार में साथ नजर नहीं आए। खुलेआम विरोध करने वाले रामशरण यादव का ऑडियो वायरल होने के बाद जमकर फजियत हो रही हैं।
रामशरण यादव ने ऑडियो में शैलेश पांडे पर विधायक नीति में कमीशन खोरी का गंभीर आरोप लगाया गया था। ऑडियो में स्पष्ट सुनाई दे रहा हैं कि विधायक को मेयर ने लाचार दिवस भी बताया था और शहर में किसी भी विकास कार्यों में सहयोग नहीं करने का आरोप भी लगाया था इतना ही नहीं ऑडियो में मेयर ने जनता से सवाल पूछने के लिए अरुण तिवारी को खडे भी करने की कोशिश की थी और कहा था कि विधायक से पूछो कि उन्होंने अपनी विधायकी में पांच कौन से काम किए हैं इस ऑडियो के वायरल होने के बाद से ही लगातार शैलेश पांडे सवालों के घेरे में खड़े हुए हैं और इस मामले में उनका पक्ष भी नहीं आया हैं, कि आखिर कमीशन खोरी के आरोपों का सच क्या हैं।
गोल बाजार में आयोजित कांग्रेस की सभा में मौजूद कुछ कांग्रेसी मेयर के मंच पर मौजूदगी को पता नहीं पा रहे थे और दबी जुबा चर्चा भी थी,कि मेयर के आने से विधायक को नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। ऐसे में आपकी चर्चा में कांग्रेसी काना-फुसी करते नजर आए कि महापौर को अभी कहीं मतदान तक तीर्थ यात्रा में चले जाना चाहिए,ताकि शैलेश पांडे को अपने पक्के वोट से भी कहीं हाथ ना धोना पड़ जाए, वायरल ऑडियो पर जब मोदी के सवालों पर प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से मीडिया ने चर्चा की,तो दीपक बैज इस मामले में मामले की गंभीरता को समझते हुए बात को घुमा फिरा कर ऑडियो वायरल का मुद्दा ही गायब कर दिया और पूरा ठीकरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फोड़ दिया।
मोहन मरकाम के बाद ठीक चुनाव से पहले पार्टी हाई कमान ने दीपक बैज को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर उन पर भरोसा जताया था। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी जानते हैं कि महापौर के इस वायरल ऑडियो से कहीं ना कहीं कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। ऐसे में उनके द्वारा दिया गया जवाब कांग्रेस के लिए गले की हड्डी साबित हो सकती हैं, तो वहीं भाजपा के लिए संजीवनी बूटी,इसलिए इस बात पर बात न कर कर मुद्दे को डाइवर्ट करने में ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने सही समझा।

