पुराने लोगों ने याद किया पोस्टकार्ड लिफाफा और अंतर्देशी को
बिलासपुर। 10 अक्टूबर विश्व डाक दिवस ,,,,, किसी जमाने में पोस्टकार्ड अंतर्देशी और लिफाफा का उपयोग करने वाले लोगों ने इस संचार सेवा की कहानी को याद किया। लोगों ने विज्ञान और तकनीकों को धन्यवाद देते हुए संदेश प्रसारण के अपने पुराने दिनों को याद किया।
चिट्ठी पत्री केवल एक पत्र ही नही बल्कि लोगो की भावनाएं छिपी होती थी इसीलिए डाकिया के पत्र लाते ही पूरे परिवार के लोग झूम जाते थे एक ही पत्र को बार-बार सब पढ़ते और अगली बार दूसरा पत्र कब आएगा इसका इंतजार करते थे।शिक्षक संस्कार श्रीवास्तव ने अपने पुराने दिनों की याद करते हुए बताया कि 2003 में शादी हो गई थी। अपनी पत्नी को प्रेम की पाती भेजने के लिए इंटरनेट ईमेल व्हाट्सएप जैसी कोई सुविधा नहीं थी। माता-पिता समाज का भी लिहाज करना पड़ता था। लिहाजा अपनी धर्मपत्नी को अलग से पत्र लिखने में भी संकोच होता था। फिर भी अपनी भावनाओं को सजाकर अपनी पत्नी को प्यार का लिफाफा भेजा करते थे। माता पिता को अपनी कुशलता का पत्र अंतर्देशीय लिफाफा लिखते भी थे। तो उसे बिलासपुर पहुंचने में कई दिन लग जाते थे और फिर वहां से पिताजी का जवाब आने में कुल मिलाकर इस प्रक्रिया में करीब 1 महीना लग जाया करता था। तार वाले टेलीफोन भी उन दिनों बहुत ही कम लोगों के घरों में हुआ करते थे। टेलीग्राम की सेवाएं थी लेकिन वे केवल अकस्मात दुख या कोई सुख की संक्षिप्त संदेश को देने के लिए उपयोग की जाती थी और बहुत महंगी हुआ करती थीं। इस तरह से अपने घर परिवार के लोगों से संवाद की प्रक्रिया परंपरागत रूप से पत्र पर ही आधारित थी।
लेकिन अब नई पीढ़ी व्हाट्सएप और SMS जैसी त्वरित संदेश संप्रेषण सेवा का उपयोग कर रही है। लोग आधुनिक होकर एक दूरी सिरे से व्हाट्सएप के माध्यम से वीडियो कॉल में सीधे रूबरू हो रहे हैं। इसके लिए श्री विज्ञान और तकनीकी के वैज्ञानिकों को जाता है। फिर भी SMS के इस हैप्पी बर्थडे पर पुराने परंपरागत पोस्टकार्ड इनलैंड लेटर और लिफाफे की परंपरा को भुलाया नहीं जा सकता है।
ब्रिटेन ने 1872 में अपना पहला पोस्टकार्ड जारी किया तो भारत का पहला पोस्टकार्ड 1879 में जारी किया गया। भारत के पहले पोस्टकार्ड की कीमत तीन पैसे रखी गयी थी। साल की पहली तीन तिमाही में ही लगभग 7.5 लाख रुपए के पोस्टकार्ड बेचे गए थे। पहला चित्रित पोस्टकार्ड फ्रांस ने 1889 में जारी किया था और इस पर एफिल टॉवर अंकित था।


