
बिलासपुर। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री नेटा डिसूजा, छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस प्रभारी सुनीता सहरावत, छत्तीसगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एवं सांसद फूलों देवी नेताम के निर्देशानुसार दिल्ली में धरना में बैठे महिला पहलवानों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ शुक्रवार को कांग्रेस भवन में प्रेस वार्ता किया गया ।
प्रेसवार्ता में शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष पिकी निर्मल बत्रा, जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष सीमा घृतेश, ब्लॉक अध्यक्ष सावित्री सोनी,अनीता राम, उत्तरा सक्सेना व अन्नपूर्णा सोनी उपस्थित थी । जिन्होंने कहा कि हमारे देश की बेटियां जिन्होंने तिरंगे की आन बान और शान के लिए इतनी मेहनत की है वही बेटियां आज सरकार से इंसाफ की गुहार लगा रही है , 4 महीने से प्रदर्शन कर रही है तो उनकी सुनने वाला कोई क्यों नहीं है?
अपराधी सदन में मौजूद थे, और बेटियों को पुलिस घसीट रही थी
कांग्रेस नेत्री पिंकी बतरा ने कहा कि 35 दिन तक ये बेटियां राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर बैठी रही लेकिन मोदी जी और उनके मंत्रियों ने एक बार भी वहां जाने या इन बेटियों से बात करने तक के बारे में नहीं सोचा । 28 मई को शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही बेटियों को दिल्ली पुलिस ने मारपीट कर खदेड़ कर हिरासत में लिया और प्रधानमंत्री उस समय एक ऐसी सदन का उद्घाटन कर रहे थे, जहां लोकतंत्र छोड़कर सब कुछ है बेटियों का अपराधी सदन में मौजूद थे, और देश की बेटियों को पुलिस घसीट रही थी। इससे शर्मनाक क्या हो सकती है?
जब देश की बेटियों को सड़कों पर घसीटा जा रहा था तो मोदी जी के आईटी सेल वाले बेटियों को बदनाम करने के लिए उनकी गलत फोटो सोशल मिडिया पर शेयर कर रहे थे।
महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी मूकदर्शक
कांग्रेस नेत्रियों ने कहा कि महिलाओं के मुद्दे पर मोदी जी और उनके मंत्री बातें तो बड़ी-बड़ी करते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि मोदी मंत्रिमंडल में महिला और महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी मूकदर्शक बनी बैठी है। क्या यह मुद्दा उनके मंत्रालय का नहीं है 35 दिन बाद सवाल का जवाब देने सामने भी आई तो सुप्रीम कोर्ट की आड़ में फिर अपने गलत फैसलों को बचाने की कोशिश की। महंगाई महिला सुरक्षा बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर स्मृति जी मंत्री बनने से पहले ही ज्ञान दिया करती थी अब उनकी बोलती बंद हो रहती है।
अपने आपको विश्व गुरु करने वाले मोदी जी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की इज्जत तार-तार कर दी है 176 देशों वाली वर्ल्ड रेसलिग फ़ेडरेशन ने भी भारत को बर्खास्तगी का अल्टीमेटम दे दिया है।जब देश की बहादुर बेटियों को मोदी राज में अपने मैडल गंगा नदी में प्रवाहित करने तक की नौबत आ रही है इसका मतलब साफ है कि बेटियों को न्याय दिलाने वाला कोई नहीं है।
प्रेसवार्ता में कांग्रेस पदाधिकारियों ने दो महत्वपूर्ण मांगो को दोहराया जिसमें पहला ब्रज भूषण सिह की का इस्तीफा और उनकी गिरफ्तारी साथ ही कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।

