बिलासपुर।त्रि-दिवसीय कुल-उत्सव 2023 का मुख्य कार्यक्रम अटल जी के जन्म जयंती के अवसर पर को पूर्वान्ह 12 बजे विश्वविद्यालय के सभागार में सम्पन्न्न हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, अतिविशिष्ट अतिथि अमर अग्रवाल, पूर्व मंत्री एवं विधायक, बिलासपुर, धरमलाल कौशिक, विधायक बिल्हा, धर्मजीत सिंह, विधायक तखतपुर, सुशांत शुक्ला विधायक बेलतरा एवं अन्य अतिथिगण सम्मलित हुये। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ वाजपेयी जी ने किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों ने अटल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सादर नमन किया तथा छत्तीसगढ़ के स्वंतत्रता संग्राम सेनानियों की याद में बनाये गये शहीर स्मारक पर दीप प्रज्ज्वलन तथा पुष्पांजली अर्पित कर उन्हें नमन किया। तदोपरांत विश्वविद्यालय के मुख्य मार्ग का ‘‘ज्ञानपथ’’ के रूप में नामकरण, शहीद वीर नारायण सिंह व्यायाम शाला तथा धन्वन्तरि प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र का लोकापर्ण किया गया।
कार्यक्रम स्थल पर कार्यक्रम की शुरूवात मां सरस्वती की प्रतिमा एवं अटल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ वाजपेयी द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में एक सप्ताह के भीतर दो कुल-उत्सवों में मुख्यमंत्री का सम्मिलित होना सम्भवतः पहली बार हुआ है। दिसम्बर के माह में ही बिलासपुर में स्थित तीन विश्वविद्यालयों का कुल-उत्सव का आयोजित होना अपने आप में अनोखा है। उन्होंने कुल-उत्सव के अवसर पर आयोजित छत्तीसगढ़ के कुलपति सम्मेलन जिसका विषय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का छत्तीसगढ़ में क्रियान्वयन है का भी जिक्र करते हुये इसे छत्तीसगढ़ में शीघ्रताशीघ्र लागू करने हेतु मुख्यमंत्री से निवेदन किया। अटल के संदर्भ में उन्होंने कहा कि अटल जी का जन्म वर्ष 1924 है और 2024 में 100 वर्ष पूरे होने पर विश्वविद्यालय वर्षभर विभिन्न कार्यक्रमों को आयोजित करेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षण विभागों द्वारा आयोजित किये जाने वाले अकादमिक गतिविधियों का तथा सेटअप का भी जिक्र किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सर्वप्रथम अटल के जन्म जंयती तथा सुशासन दिवस पर सभी को शुभकामनाएं प्रेषित की और कहा कि प्रदेश में सुशासन लाने के लिये सभी वर्गों की सहभागिता आवश्यक है तथा विश्वविद्यालय के मानव संसाधन को विकसित करने के लिये आवश्यक प्रयास करने की बात भी कही। कार्यक्रम को सर्वप्रथम बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला ने संबोधित करते हुये कहा कि विश्वविद्यालयों में सेटअप को भरे जाने की आवश्यकता है ताकि विश्वविद्यालय में शिक्षा का बेहतर वातावरण का निर्माण हो सके। उन्होंने शैक्षणिक संस्थाओं को छात्र केन्द्रित तथा छात्र के समस्याओं के निराकरण हेतु कार्य करने की अपनी भावना का प्रगटीकरण किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के दो शिक्षकों डाॅ.एच.एस.होता तथा डाॅ. लतिका भाटिया के पुस्तकों का विमोचन किया गया। साथ ही साथ रानी दुर्गावती के संबंध में कुलपति द्वारा लिखित पुस्तक एवं योग विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से संबंधी प्रतिवेदन का विमोचन भी किया गया।
मुख्यमंत्री के कर कमलों से विश्वविद्यालय स्तरीय विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किया गया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव शैलेन्द्र दुबे द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक एवं जनसंपर्क अधिकारी डॉ तरुण धर दीवान, शिक्षकगण, अधिकारी, कर्मचारी, छात्र एवं गणमान्य नागरिक सहित इलेक्ट्रानिक एवं प्रिण्ट मीडिया के पत्रकार बड़ी संख्या मंें उपस्थित थे। त्रि-दिवसीय कुल उत्सव कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यक्रम के संयोजक शैलेन्द्र दुबे एवं सह-संयोजक डाॅ.एच.एस.होता एवं समिति के सदस्य डाॅ. तरूणधर दीवान, यशवतं कुमार पटेल, गौरव साहू, सौमित्र तिवारी सहित समस्त सदस्यों ने अथक परिश्रम कर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. रश्मि गुप्ता एवं डाॅ.सीमा बेलोरकर ने किया।


