
रायपुर / पंजाब में जब आम आदमी पार्टी आया तब से लेकर अब तक कांग्रेस के कई पूर्व मंत्रियों को आय से अधिक संपत्ति मामले में एसीबी गिरफ़्तार कर चुकी हैं। पंजाब की ही तरह छत्तीसगढ़ में भी अधिक्तर मंत्री भी पाँच साल में बेहिसाब पैसा कमाए हैं जिसमे मोहम्मद अकबर नंबर एक पर हैं।गोबर भूपेश बघेल ने इसको चार सबसे बड़े मंत्रालय दिये थे – वन,परिवहन,आवास और पर्यावरण।अकबर के रहते चारो विभाग भ्रष्टाचार और वसूली का ऐसा अड्डा बना की भूपेश बघेल अरबपति बन गये, छत्तीसगढ़ कांग्रेस दूसरे राज्यो के चुनाव में फंडिंग करना चालू कर दिया और मोहम्मद अकबर भूपेश और कांग्रेस का भीष्मपितामाह बन गया।जब अकबर का परिवार 1980 के दशक में छत्तीसगढ़ आया था तब ये कसाई का काम करते थे। इतना बदलाव तो कांग्रेस पार्टी ही कर सकती हैं।अकबर ने तो रायपुर और हैदराबाद में होटल,मुंबई में कई इंडस्ट्री,दुबई ,कुवैत और क़तर में रियल एस्टेट में हवाला, और रायपुर शहर कई प्लाट ख़रीद लिया हैं। जमीनों पे अपना अधिक्तर कैश लगाया हैं। यहाँ तक तो बात ठीक हैं पर अकबर जब ज़्यादा वसूल लिया तो एक्स्ट्रा पैसे को छत्तीसगढ़ चुनाव में कांग्रेस को आधे विधानसभा में यही फंडिंग किया।

इस वसूली में इसका सबसे बड़ा पार्टनर था, वन विभाग का सनातन विरोधी पीसीसीएफ़ श्रीनिवास राव।राव ने कैम्पा हेड के 5,000 करोड़ अकबर पे खर्च कर दिए।इसके मुनीम को सभी वनमंडलों के सारे वानिकी काम दे दिया। मुनीम काम करेगा 20% पर पेमेंट लेगा पूरा।जो अधिकारी ना बात माने उसको लूप लाइन में तुरंत डलवाता था। अकबर और राव राज्य के बाहर कई प्रोजेक्ट में पार्टनरशिप में हैं जैसे मॉल और होटल।राव ने भी हैदराबाद में अपने लिए 25 करोड़ का घर बनवाया। अकबर के कवर्धा विधानसभा चुनाव के लिए 40 करोड़ उपलब्ध करवाया। चुनाव हारने के बाद भी अकबर के मुनीम और श्रीनिवास राव में डील हुआ हैं कि काम पार्टनरशिप पे चलता रहेगा।

अगर बीजेपी को अकबर को रोकना हैं तो इसके आय की जाँच कराके तत्काल जेल में डालना चाहिए।ये चुनाव के एफिडेविट में सिर्फ़ 7 करोड़ का प्रॉपर्टी बताता हैं।अगर सबूत ना मिल रहे तो श्रीनिवास राव की जाँच करायी जा सकती हैं।इसने सारे प्रॉपर्टी छत्तीसगढ़ के बाहर लिए हुए हैं।वन विभाग से ये अपने लिए 5% कि वसूली करता था।इसके हिसाब से ये अब तक 250 करोड़ कमा चुका हैं।
*सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूरी खबर हैं*

