
बिलासपुर।मस्तूरी महिला बाल विकास विभाग की वसूली बाज सुपरवाइजर (साड़ी बेचने वाली) को नोटिस जारी होने के बाद तत्काल वो सक्रिय हो गई है।जिसकी झलक मंगलवार को देखने को मिली मंगलवार को सुपरवाइजर ने पोषण आहार वितरण छोडवा कर आंगनवाड़ी वर्कर्स को दर्रीघाट आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक एक पर बुला लिया। ताकि अपनी चोरी की सफाई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ से धमकी चमकी दे कर दिलवा सकें।


बता दें कि सोमवार को जब पूरे देश में भगवान राम के आने की खुशियां मनाई जा रही थी उसे दौरान मस्तूरी महिला बाल विकास विभाग वसूली बाज आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की करतूत के चलते परेशानी झेल रहा था यही कारण है कि छुट्टी जैसे दिन भी विभाग को लूट खसोट करने वाली सुपरवाइजर के खिलाफ नोटिस जारी करना पड़ा।मजे की बात यह है कि जैसे ही सुपरवाइजर को नोटिस जारी होने की जानकारी मिली उसने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए अपने क्षेत्र की वर्कर्स को चमकाना धमकाना शुरू कर दिया और स्पष्ट रूप से कहा कि अगर लिखकर नहीं दोगे तो निपट दूंगी।

फिर क्या था मंगलवार को सुबह से ही सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पोषण आहार वितरण छोड़कर दर्रीघाट के आंगनवाड़ी केद्र क्रमांक एक पहुंचने लगे।
लेकिन जैसे ही इस बात की जानकारी मीडिया को लगी मीडिया भी आंगनवाड़ी एक पहुंच गई और कार्यकर्ताओं से बात की इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मैडम द्वारा मीटिंग बुलाई जाने की जानकारी दी।
विभागीय सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली है कि ऐसा करने को विकासखंड में बैठे उनके आका ने उनसे कहा है कि ऐसा करिए तभी आप बच सकती हैं उनके आदेश पर वसूली बाज सुपरवाइजर फिलहाल सक्रिय है ।
अधिकारियों के नाक के नीचे हो रहा खेल !
मस्तूरी में इस तरह का वसूली का खेल लंबे समय से चल रहा है इसके पूर्व में भी महिला सीडीपीओ भी इस कार्य में संलिप्त रही है वर्तमान में नए नवेले सीडीपीओ को भी इस बात की जानकारी है कि क्षेत्र में जबरदस्त वसूली चल रही है लेकिन इसके बावजूद भी उनका चुप रहना कई आशंकाओं को जन्म देता है।
आखिर महिला सुपरवाइजर पर सीडीपीओ इतने मेहरबान क्यों है

