मल्हार। मां डिडनेश्वरी देवी मंदिर मल्हार में शारदीय क्वांर नवरात्र पर्व की तैयारी शुरू हो गई है। इस बार धूमधाम व उत्साह से साथ नवरात्र पर्व मनाने विशेष कार्य योजना ट्रस्ट द्वारा बनाया जा रहा है जिसके लिए बैठके भी हो रही है। रविवार को भी कार्यकारिणी की बैठक होगी जिसमें सभी निर्णय लेने के बाद सदस्यों को जिम्मेदारियां दी जाएंगी। आगामी 15 से 23 अक्टूबर तक आयोजित नवरात्र में के दौरान 4 हजार से ज्यादा मनोकामना के दीप प्रज्वलित होंगे जिसके लिए सभी प्रेरको के पास रसीद बुक भेजी जा चुकी है। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष अनिल कैवर्त ने जानकारी दी कि इस बार नवरात्र पर्व में मनोकामना ज्योति की राशि 701 रुपये तेल व 1501 रुपये घृत तथा 1101 जंवारा की रखी गई है। पर्व के दौरान दुर्गासप्तसती पाठ, ललिततासहस्त्रनाम पाठ सहित नवरात्र के सभी अनुष्ठान लाखासर के पण्डित अभिषेक तिवारी संम्पन्न कराएंगे। वही मंदिर परिसर में श्रीमद देवी भागवत की संगीतमय कथा दामाखेड़ा सिमगा की विदुषी श्रद्धा देवी प्रेम पांडेय सुनाएंगी। ट्रस्ट के सदस्य रामहरि कैवर्त ने बताया कि नवरात्र पर्व के लिए सभी ज्योतिकलश कक्षो की सफाई व रँगरोहन के काम प्रारम्भ हो गए है साथ ही जरूरी सामानों की खरीदी व निर्माण कार्य भी जल्द शुरू होंगे। गर्भगृह जीर्णोद्धार जल्द होगा पूरा……धर्मनगरी मल्हार के विश्व प्रसिद्ध माँ डिडनेश्वरी देवी के गर्भगृह का जीर्णोद्धार कार्य जल्द ही पूरा होगा। ट्रस्ट के अनुसार इस बार के शारदीय क्वांर नवरात्र से पहले माँ के दिव्य दरबार का कलेवर भव्य होगा जिसका दर्शन जल्द ही श्रद्धालु कर सकेंगे। महंगे व चमकदार टाइल्स पत्थर से गर्भगृह के दीवारों को सजाया जा रहा है जिसके बाद फाल सीलिंग व आकर्षक झूमर लगाने की तैयारी भी हो रही है साथ ही रंग बिरंगी लाइटिंग भी होगी जिससे मंदिर का पूरा आकर्षण बढ़ जाएगा। पिछले 30 वर्षों से लोहे के पिंजरे में बंद माँ की दिव्य प्रतिमा को गत दिनों गुप्त नवरात्र के ठीक एक दिन पहले बिलासपुर तहसीलदार अतुल वैष्णव के पहल से मुक्त कराया गया था जिसके बाद गर्भगृह के जीर्णोद्धार की आवश्यकता महसूस हो रही थी। श्री वैष्णव ने ट्रस्ट के सदस्यों से विचार विमर्श कर स्वयं के खर्च से गर्भगृह के पुनरुद्धार की बात कही थी ट्रस्ट से स्वीकृति मिलने के बाद सोमवार से काम प्रारम्भ हो गया अब जल्द ही गर्भगृह के नया स्वरूप श्रद्धालुओ के सामने होगा। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष अनिल कैवर्त ने बताया कि 15 अक्टूबर से पहले गर्भगृह पूरी तरह से तैयार हो जाएगा।


