
बिलासपुर। सेवा ही सार है समाज में किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति के काम आना सबसे महान कार्य है। हर किसी को दीन दुखियों की सेवा करने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। यह कहना है,, सत्यम सेवा समिति के सदस्य कमलेश कर्र का। यह संस्था विगत 23 वर्षो से शहर के स्लम बस्तियों में सेवा कार्य कर रही है। संस्था की शुरुआत योगाचार्य डॉ एसके नामदेव के मार्गदर्शन में इस उद्देश्य से किया गया ताकि समाज के उपेक्षित और जरुरतमंद लोगों की सेवा किया जा सके।
शुरुआत के दिनों में कुछ लोगों के द्बारा सेवा कार्य का बीड़ा उठाया गया। जैसे जैसे सेवा का हाथ बढ़ा साथ भी बढ़ते गए। वर्तमान में दस सक्रिय सदस्य है जो हर स’ाह रविवार के दिन ब्रम्हविहार, मुर्राभTा रोड, मरीमाई इमलीभाठा और अन्य स्लम एरिया में पहंुचकर सबसे पहले, वहां के लोगों के बीच सुखा राशन, कपड़ा, कापी किताबें, स्कूल फीस की व्यवस्था करते हैं। जिसकी शुरआत भजन कीर्तन से की जाती है। संस्था में नौकरीपेश ा और व्यवसाई दोनों तरह के लोग हैं जिनके द्बारा तय करके एक एक सामान लेकर जरुरतमंद लोगों के बीच बांटा जाता है। जब फीस की व्यवस्था करना होता है तब सभी मिलाकर करते हैं। बहरहाल संस्था के सदस्य आर एस पांडेय,

