
बिलासपुर। गोडपारा स्थित दयानंद विद्यालय आर्य समाज में 5 जून से प्रारंभ हुए बाल संस्कार शिविर का समापन रविवार को हुआ ।समापन समारोह की शुरुआत वैदिक हवन के साथ हुई इसके बाद अतिथियों का स्वागत अंग वस्त्र स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया ।विधि बत्रा द्वारा शिविर के आयोजनों की पूरी जानकारी प्रस्तुत की। गई निधि गुप्ता ने बताया कि बच्चों को संस्कारित करना तथा भारतीय संस्कृति के अनुरूप बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास करना शिविर का मुख्य उद्देश्य है। इसके बाद शिविर शिविरार्थियों द्वारा सीखे गए योगासन का प्रदर्शन जयदेव शास्त्री द्वारा कराया गया। बच्चों के द्वारा चित्रकला के माध्यम से वृक्षारोपण संरक्षण की झलक प्रस्तुत की गई देशभक्ति गीतों द्वारा मनोरम मृत्य प्रस्तुत किया गया। आर्य समाज के धर्माचार्य आचार याग्निक ने अपने संबोधन में बच्चों को संस्कारित करना हर माता-पिता का परम कर्तव्य बताया मुख्य अतिथि डॉ विनोद तिवारी ने कहा कि प्रत्येक बच्चे में कुछ ना कुछ प्रतिभा अवश्य होती है जिसे उजागर करना अभिभावक तथा गुरुजनों की जिम्मेदारी है ।उन्होंने आर्य समाज के आयोजनों की सराहना की इसके बाद उपस्थित अतिथियों के द्वारा शिविर आरती बच्चों को प्रमाण पत्र में पुरस्कार प्रदान किया गया शिविर के प्रशिक्षकों को स्मृति चिन्ह भेंट की गई इस शिविर में 100 बच्चों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। अभिभावकों ने अपने अनुभव व्यक्त करते हुए शिविर को बहुत ही उपयोगी बताया तथा इस आयोजन के लिए आर्य समाज दयानंद विद्यालय की सराहना की ।कार्यक्रम का समापन शांति पाठ के साथ हुआ। मंच संचालन सिद्धार्थ गुप्ता ने किया आभार प्रदर्शन विनय गुप्ता ने। इस अवसर पर आर्य समाज के संरक्षक मुकुंद माधव गुप्ता ,विद्यालय के प्रधान अजय गुप्ता, कोषाध्यक्ष गोविंद माधव गुप्ता ,आर्य समाज के प्रधान सुधीर गुप्ता उपप्रधान सुदर्शन जायसवाल उप मंत्री शशि माधव गुप्ता सहित विद्यालय के बच्चे अभिभावक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित थे।


