
बिलासपुर।रतनपुरिहा कसौधन वैश्य महिला मंडल एवं नगर इकाई बिलासपुर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित शिव महापुराण के पंचम दिवस के कथा में कथाकार ब्यास पंडित पंकज भूषण मिश्र ने भगवान शंकर के पशुपतिनाथ स्वरूप का वर्णन करते हुए व्रत के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि व्रत जितना कठिन होगा वरदान उतना ही श्रेष्ठ एवं सफल होगा। पशुपतिनाथ के व्रत से मनुष्य के जीवन में पशुता का नाश होता है । जनमानस को चेतावनी देते हुए उन्होंने संदेश दिया कि, *साधना से शक्ति प्राप्त करने के पश्चात यदि लोगों को पीड़ा पहुंचाई जाए तो वह नरक का भागी होगा* पद मिलने पर प्रहार नहीं करना चाहिए । शंख चूर्ण वध कथा प्रसंग के अंतर्गत पंडित मिश्रा जी ने सामाजिक परिपेक्ष में इस बात को रेखांकित किया कि *जिनकी सोच कमजोर हो उसे किसी भी आसन तक ले जाओ वह कभी लोकहीत का कार्य नहीं कर सकता* । अच्छा कार्य करने के लिए सर्वप्रथम दृष्टि अच्छा होना चाहिए फिर विचार और सोच अच्छा होना चाहिए।
आवश्यकता से अधिक प्रेम भविष्य में संसय पैदा करती है।
कथा पंडाल में कसौंधन समाज के वरिष्ठ एवं विशिष्ट श्री रामकुमार गुप्ता रुद्र कुमार गुप्ता , सीताराम , मुरारी लाल गुप्ता श्री बसंत गुप्ता, बलदाऊ गुप्ता विनोद गुप्ता, रामेश्वर प्रसाद, जागेश्वर गुप्ता कार्तिक राम गुप्ता, रमेश गुप्ता श्री कृष्ण कुमार, कमल, मनोहर, राजेंद्र गुप्ता, देवीप्रसाद, संजय गुप्ता, रामायण गुप्ता बृजकिशोर, दुर्गा प्रसाद, भागवत प्रसाद, महिला मंडल के समस्त पदाधिकारीगण एवं युवा साथी गण उपस्थित थे।
आयोजन को सफल एवं गरिमामय बनाने के लिए नगर समाज के अध्यक्ष रमेश गुप्ता एवं उनकी पूरा टीम का सराहनीय सहयोग है,,।

