Reading:जलसो स्कूल में अंगना म शिक्षा 3.0 पढ़ई तिहार मेला बिलासपुर।राज्य में मुख्यमंत्री द्वारा 14 नवंबर 2022 को बच्चों में गुणवत्ता सुधार हेतु सुघ्घर पढवैया कार्यक्रम के लांच की घोषणा की थी। राज्य में माताओं को जोड़कर बच्चों को घर पर सीखने में सहयोग देने हेतु अंगना म शिक्षा कार्यक्रम को काफी अच्छा परिणाम मिला है इसे प्रतिष्ठित स्कांच अवॉर्ड से भी नवाजा गया है। इस कार्यक्रम से राज्य में अभी तक पिछले 2 वर्षों मे तीन लाख से अधिक माताएं सक्रिय रुप से जुड़ चुकी हैं एवं बच्चों की शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं इसी तारतम्य मे जनपद प्राथमिक शाला जलसो संकुल पौसरा विकासखंड बिल्हा मे अंगना म शिक्षा 3.0 पढ़ई तिहार मेला का आयोजन किया गया,जिसमें 30 माताएं और 33 बच्चों ने भाग लिया। सबसे पहले सरस्वती मां का पूजा अर्चना किया गया फिर सक्रिय माताओं का AMC समूह का गठन किया था जिसमें की मुखिया स्मार्ट माता होती है उन्ही के द्वारा सभी गति विधि कराना है इस मेले की आयोजन कर्ता प्रधान पाठिका एवं विकास खंड स्तीय बिल्हा ( ग्रामीण ) BRG निशा अवस्थी ने (आंगनबाड़ी और बालवाड़ी) की 5 से 6 वर्ष के बच्चों की माताओं को बुलाकर कक्षा पहली में भर्ती होने वाले बच्चों को घर पर सिखाने को तैयार करने के लिए प्रशिक्षण देकर निर्देशित एवं प्रेरित किया गया। माताएं बच्चों की पहली गुरु होती है इसलिए ग्रीष्मावकाश से पहले माताएं घर के आंगन में लेखन और पठन कर अपने बच्चों को सामान्य वस्तुओं के नाम और पहचान बताएंगी। स्कूल जाने के लिए बच्चों को मानसिक रूप से तैयार करेंगी। माताएं घरेलू काम करते करते बच्चों को पढ़ाएंगी। मेले में आई माताओं को सपोर्ट कार्ड दिए गए और 9 काउंटर बनआकर अलग अलग एक्टिविटी कराए जा रहे थे इसी बीच एडीपीओ राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त माननीय अनिल तिवारी अपने सहयोगी साहू जी के साथ मेले का अवलोकन करने आए और उन्होंने बताया कि सभी माताएं अपने बच्चों को मात्रृ भाषा (माई भाखा) छत्तीसगढ़ी बोली का महत्व बताएं उन्होंने कहा अगर कलेक्टर, आई.पी.एस, डॉक्टर बन जाओ तो भी छत्तीसगढ़ी बोलना सीखना पड़ेगा। सभी नौ काउंटरों का अवलोकन कर माताओं से बात कर मेले की सराहना की। इस मेले का अवलोकन सरपंच महोदय श्री सुरेंद्र साहू एवं उपसरपंच विकास वर्मा (शाला विकास समिति के अध्यक्ष) मध्यान भोजन प्रभारी एवं जनप्रतिनिधि त्रिलोकी वर्मा के द्वारा किया गया। इस मेले का मुख्य उद्देश्य स्कूल में प्रवेश से पहले घर पर ही बच्चों का सर्वांगीण विकास करना क्योंकि छोटे बच्चों का लगाव मां से ज्यादा होता हैं इस प्रकार मेले का भव्य आयोजन किया गया। मेले का समापन सभी माताओं को स्वल्पाहार देकर किया गया ।
जलसो स्कूल में अंगना म शिक्षा 3.0 पढ़ई तिहार मेला बिलासपुर।राज्य में मुख्यमंत्री द्वारा 14 नवंबर 2022 को बच्चों में गुणवत्ता सुधार हेतु सुघ्घर पढवैया कार्यक्रम के लांच की घोषणा की थी। राज्य में माताओं को जोड़कर बच्चों को घर पर सीखने में सहयोग देने हेतु अंगना म शिक्षा कार्यक्रम को काफी अच्छा परिणाम मिला है इसे प्रतिष्ठित स्कांच अवॉर्ड से भी नवाजा गया है। इस कार्यक्रम से राज्य में अभी तक पिछले 2 वर्षों मे तीन लाख से अधिक माताएं सक्रिय रुप से जुड़ चुकी हैं एवं बच्चों की शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं इसी तारतम्य मे जनपद प्राथमिक शाला जलसो संकुल पौसरा विकासखंड बिल्हा मे अंगना म शिक्षा 3.0 पढ़ई तिहार मेला का आयोजन किया गया,जिसमें 30 माताएं और 33 बच्चों ने भाग लिया। सबसे पहले सरस्वती मां का पूजा अर्चना किया गया फिर सक्रिय माताओं का AMC समूह का गठन किया था जिसमें की मुखिया स्मार्ट माता होती है उन्ही के द्वारा सभी गति विधि कराना है इस मेले की आयोजन कर्ता प्रधान पाठिका एवं विकास खंड स्तीय बिल्हा ( ग्रामीण ) BRG निशा अवस्थी ने (आंगनबाड़ी और बालवाड़ी) की 5 से 6 वर्ष के बच्चों की माताओं को बुलाकर कक्षा पहली में भर्ती होने वाले बच्चों को घर पर सिखाने को तैयार करने के लिए प्रशिक्षण देकर निर्देशित एवं प्रेरित किया गया। माताएं बच्चों की पहली गुरु होती है इसलिए ग्रीष्मावकाश से पहले माताएं घर के आंगन में लेखन और पठन कर अपने बच्चों को सामान्य वस्तुओं के नाम और पहचान बताएंगी। स्कूल जाने के लिए बच्चों को मानसिक रूप से तैयार करेंगी। माताएं घरेलू काम करते करते बच्चों को पढ़ाएंगी। मेले में आई माताओं को सपोर्ट कार्ड दिए गए और 9 काउंटर बनआकर अलग अलग एक्टिविटी कराए जा रहे थे इसी बीच एडीपीओ राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त माननीय अनिल तिवारी अपने सहयोगी साहू जी के साथ मेले का अवलोकन करने आए और उन्होंने बताया कि सभी माताएं अपने बच्चों को मात्रृ भाषा (माई भाखा) छत्तीसगढ़ी बोली का महत्व बताएं उन्होंने कहा अगर कलेक्टर, आई.पी.एस, डॉक्टर बन जाओ तो भी छत्तीसगढ़ी बोलना सीखना पड़ेगा। सभी नौ काउंटरों का अवलोकन कर माताओं से बात कर मेले की सराहना की। इस मेले का अवलोकन सरपंच महोदय श्री सुरेंद्र साहू एवं उपसरपंच विकास वर्मा (शाला विकास समिति के अध्यक्ष) मध्यान भोजन प्रभारी एवं जनप्रतिनिधि त्रिलोकी वर्मा के द्वारा किया गया। इस मेले का मुख्य उद्देश्य स्कूल में प्रवेश से पहले घर पर ही बच्चों का सर्वांगीण विकास करना क्योंकि छोटे बच्चों का लगाव मां से ज्यादा होता हैं इस प्रकार मेले का भव्य आयोजन किया गया। मेले का समापन सभी माताओं को स्वल्पाहार देकर किया गया ।