


रायपुर / भूपेश बघेल का खासमख़ास मोहम्मद अकबर, और अकबर का ख़ासमखास पीसीसीएफ़ श्रीनिवास राव।तीनों गुंडई में माहिर।भूपेश का सनकी पिता सनातन को गाली देता हैं, तो अकबर भ्रष्टाचार करवाता हैं, तो राव दक्षिण भारतीय अफ़सरो की फ़ौज तैयार करता हैं।तीनों ने छत्तीसगढ़ के संसाधनों को लूट के विदेशों में जमकर इन्वेस्टमेंट किया।भूपेश ने नीदरलैंड, तो अकबर ने दुबई और श्रीनिवास राव ने हैदराबाद और बैंगलोर में मुनासिब समझा।इसी पैसे का इस्तेमाल ये तीनों चुनाव जीतने और पद में बने रहने के लिए भी करते हैं।

सूत्रों से पता चला हैं कि भूपेश के कहने पर अकबर पूरे प्रदेश में वनविभाग की कैम्पा मद की गाड़ियों से सभी विधानसभा में पैसे बँटवाया।पैसों का इंतज़ाम और सभी अफसरो पर गाड़ियो का दबाव राव ने बनवाया।पहले तो चुनाव से ठीक पहले पीसीसीएफ़ ने छत्तीसगढ़ के सभी रेंजरों से 10 से 20 लाख तक वसूली कि। एसडीओ और डीएफ़ओ पर भी कलेक्शन का दबाव बनाया। कांग्रेस को जिताने वनविभाग के गाड़ियो और स्टाफ के माध्यम से राव ने हर विधानसभा में कम से कम 1 करोड़ बँटवाया। छत्तीसगढ़ के इतिहास में संभवतः ऐसा पहली बार एक विभाग को इस्तेमाल किया गया। कवर्धा में तो अकबर और राव ने विजय शर्मा और बीजेपी की हिंदुत्व मुद्दा को हराने 40 करोड़ बँटवाया।अकबर को पता था अगर छत्तीसगढ़ में रहना हैं तो उसका यहाँ जीतना ज़रूरी हैं।उसी तरह राव को पता था कि अगर उसको पीसीसीएफ़ बने रहना हैं और कमाना हैं तो अकबर का जीतना ज़रूरी हैं।राव को छत्तीसगढ़ की जनता से कोई मतलब नहीं।अकबर ने ही उसको 7 सीनियर IFS अफसरो को दरकिनार कर सर्वोच्च पद पर बैठाया। सभी जानते हैं पिछली सरकार में हर पद और पोस्टिंग कैसें बीकता था। राव अपने लिए कैम्पा के हर काम से 5% तक वसूली करता था।और अकबर के गुर्गों को आधे काम अलाट करवाता था। इसके हिसाब से कैम्पा के 5 हज़ार करोड़ बजट से राव 500 करोड़, तो अकबर 2000 करोड़ कमाया। अगर अकबर ने छत्तीसगढ़ में सबसे ज़्यादा गुंडई और नंगा नाच किया हैं तो इसका पूरा श्रेय श्रीनिवास राव को जाता हैं।
भूपेश,अकबर और राव में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का गुण समान हैं । उसी तरह चुनाव के समय कवर्धा के एक होटल पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दबिश दी,तो पैसे से भरा एक कमरा भी मिला,जो कि सूत्रों के बताए अनुसार अकबर का था। चूँकि सरकार कांग्रेस की थी इसलिए मामला उस समय दब गया। इसकी भी पुष्टि की जा सकती हैं, अगर किसी को शक हो तो। राव का तो परिवार हैदराबाद में रहता हैं। इसलिए राव यहाँ के कुछ डीएफ़ओ और एसडीओ को अपना ख़ास बना के रखा हैं। वनविभाग में तो सारे इससे वाक़िफ़ हैं।

कुछ दिन पहले अकबर मीडिया के सामने आकर दावा कर रहा था कि बीजेपी यहाँ एक भी रोहिंग्या निकाल के दिखा दे। जब अकबर चुनाव हारा उस दिन एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कुछ रोहिंग्या लोग कवर्धा से गाड़ी में भागते दिखे। लोहारा क्षेत्र में अगर रोहिंग्या ना पनपते तो चुनाव में अकबर की पैंट गिली ना होती। टी. एस. बाबा का अंबिकापुर से सफ़ाया ना होता और भूपेश बघेल,एजाज़ ढेबर जिससे ये पैसे पाता था उसके चलते रायपुर की चारों सीट ना हारते।



