
बिलासपुर । चांटीडीह क्ष्ोत्र के पठानपारा में शुक्रवार को पानी पीने से 3० से भी अधिक लोग बीमार पड़ गए जिसके बाद उन्हें सिम्स और अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। सूचना मिलते ही तत्काल डॉक्टरों की टीम गठित कर जांच के लिए भेजा गया। मौके पर पहुंचकर टीम में 52 घरों का सर्वे किया जहां 22 लोग बीमार मिले 13 लोगों को सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है और बाकियों का अन्य अस्पतालों में इलाज जारी है टीम द्बारा लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर दवाइयों का वितरण किया गया। इलाज सतत रूप से जारी है। लेकीन कईयों की स्थिति भी गंभीर रही। इसकी वजह शहर में लीकेज पाइप लाइने और टंकी की साफ सफाई नही होना बताया जा रहा है।
शहर के कई वार्डो में पेयजल की सप्लाई नालियों के बीच बिछी पाइप लाइन से की जा रही है ऐसे में बारिश के आते ही पानी पीने वालों पर डायरिया और पीलिया जैसी बीमारी का खतरा है इमलीपारा, चिगराजपारा लिंगियाडीह सहित अन्य कई इलाकों में गंदे पानी की सप्लाई से स्वास्थ्यगत खतरा बना ही हुआ है। इस संबंध में जानकारी देते हुए वार्ड 59 के पार्षद महेंद्ग नेताम ने बताया कि वार्ड में कई जगहों पर पाइप लाईन नाली में डूबा हुआ है तो वहीं कई जगह लीकेज भी है । वार्ड 56 जो उनके वार्ड से लगा हुआ है वहां गंदे पानी के कारण कई लोग बीमार हो गए थ्ो जिसकी भनक उन्हें तब लगी जब उनके ही वार्ड में भी किसी ने डायरिया और उल्टी दस्त होने की जानकारी दी।जिस पर उनहोंने तुरंत ही जोन कमिश्नर को फोन कर इस बात की जानकारी दी और जोन कमिश्नर ने लीकेज चेक करवाकर पानी को भी पीने के पानी को चेक करवाने की बात की।
क्ष्ोत्र के क्लीनिक में मरीजो की भीड़
चांटीडीह इलाके के पठानपारा में शुक्रवार की सुबह से बच्चे और बड़े बुजुर्ग की अचानक तबियत खराब होने लगी और सभी उल्टी दस्त से ग्रसित होने लगे।जिसके बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आनन फानन में इस इलाके के कई लोग स्थानीय डाक्टरों के क्लीनिक में उपचार के लिए भर्ती हुए वही बहुत से लोग सिम्स में जाकर अपना इलाज करा रहे है। भर्ती मरीजों के परिजनों का कहना का की नगर निगम के द्बारा पीने के पानी सेवन करते है और उसी पानी के वजह से लोग बीमार पड़े है। वार्ड के चंदा सोनी ने बताया कि उनका बेटा जो स्कूल में पढ़ाई करता है सुबह उसे स्कूल जाने के बाद उल्टी दस्त शुरु हो गया। स्कूल के फोन आने पर आनन फानन में उसे क्ष्ोत्र के ही साहू डॉक्टर के यहा भर्ती कराया गया। जिसके बाद देखते ही देखते क्लीनिक में लोगों की भीड़ बढ़ती गई कई भर्ती हुए वहीं कई दवा लेकर घर वापस हुए।
उन्होंने बताया कि वार्ड में टंकी की साफ सफाई नही की जाती है, रोज के पानी में काई और छोटा छोटा कीड़ा नजर आता है। जिसकी जानकारी पार्षद को भी दी गई लेकीन पार्षद अनिल गुप्ता साफ सफाई नही की जाती इस बात से साफ इंकार करते हैं। शुक्रवार को भी इस घटना के बाद उन्होंने मामले में उन्होंने क्लोरिन गोली डालकर सब ठीक कर देने की बात बताई गई। इस घटना के सामने आने के बाद नगर निगम आयुक्त ने पीने के पानी के जांच करवाने की बात कही और बताया कि मौके पर हेल्थ ऑफिसर भी भ्ोजा गया है। निगम आयुक्त ने टंकी की नियमित साफ सफाई कराने की भी जानकारी दी।लेकीन ऐसा नही है। भर्ती मरीजों के परिजनों का कहना है कि पाइप लाइन में लीकेज होना और टंकी की साफ सफाई नही कराने से ही इतने लोग बीमार हो गए।

