
डा. प्रफुल्ल चंद्रराय की जयंती को विज्ञान दिवस के रूप में मनाया गया
बिलासपुर। चंद्रयान-3 धरती की कक्षा से निकलने के बाद अब 5 अगस्त को चंद्रमा की ऑर्बिट में पहुंच जाएगा। इसे ट्रांसलूनर इंजेक्शन कहा जाता है। इसके बाद 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरेगा। इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान 3 को धरती की कक्षा से चंद्रमा की तरफ भेजा है।
सरस्वती शिशु मंदिर तिलकनगर के बाल वैज्ञानिकों ने 2 अगस्त को यह जानकारी अपने एक्टिव मॉडल से बताई। स्कूल के द्वारा डॉ. प्रफुल्ल चंद्र राय की जयंती पर विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। शिक्षिका माधुरी बापते विनीता पांडेय निधि अवस्थी की टीम ने इसके लिए लगातार वैज्ञानिक प्रतिभा वाले होनहार बच्चों को प्रशिक्षित किया था।
व्यवस्थापक डा. भुवनसिंह राज ने बच्चों को डॉ प्रफुल्ल चंद्र राय जैसा वैज्ञानिक बनने के लिए प्रेरित करते हुए बताया कि डा. राय ने दॆश मे पहले आधुनिक रसायनशोध विद्यालय की स्थापाना की थी। उन्हें भारतीय रसायनशास्त्र का जनक कहा जाता है। वे एक प्रसिद्ध कैमिस्ट, शिक्षाविद, इतिहासकार, उद्यमी थे। उन्होंने भारतीय रसायन शास्त्र के इतिहास पर बहुत प्रसिद्ध पुस्तक भी लिखी थी। उनके प्रयासों से ही देश में दवा उद्योग की नींव पड़ी और पनपता रहा।
इस मौके पर चंद्रयान- 3 का एक्टिव मॉडल भी बनाया गया। पृथ्वी की कक्षा से प्रक्षेपण के दृश्य को बड़ी सफलता के साथ दिखाया गया। इसी के साथ रसायन पर आधारित मॉडल प्रस्तुत किए गए। विज्ञान वरदान है या अभिशाप , अंधविश्वास के युग में विज्ञान का प्रभाव , सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव और नेत्रदान महादान जैसे विषयों पर नाटक की शानदार प्रस्तुति की गई। इस अवसर पर सा व्यवस्थापक श्री बैजनाथ राय , प्रचार श्री राकेश पांडेय विशेष रूप से उपस्थित थे।
परिणाम – प्राथमिक माध्यमिक विभाग से विज्ञान मॉडल में प्रथम ख़ुशी जायसवाल, द्वितीय अथर्व यादव रहे।
चार्ट में प्रथम आराध्या स्वाई, द्वितीय रजनी द्विवेदी , पौधरोपण में प्रथम प्रियंका जायसवाल , भाषण में आदर्श पाण्डेय , मोनिका द्विवेदी , मशालेदार पौधे में प्रथम अवनी साहू चित्रकला में प्रथम आभा वैष्णव , द्वितीय -अंशिका देवांगन , तृतीय अभिनव कुर्रे रहे।
प्रशंसा शुक्ला प्रीति काछी जतिन चंद्रा आनंद शुक्ला मनीषा काछी विकास साहू चांदनी मंडल कुमकुम लाश्कर का सूची पांडेय प्रिया सोनी की प्रस्तुति भी सराही गई।

