

रायपुर/शायद ही किसी सख्स ने सोचा होगा कि पहली बार के विधायक को डिप्टी सीएम भी बनाया जा सकता हैं।इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं की विजय शर्मा बहुत ही होनहार और संघर्ष करने वालो में से है।जब कवर्धा में अकबर अपनी सेना के साथ छत्तीसगढ़ कूच पर निकला था तब विजय ने उसको वही पराजय कर दिया।अकबर के मंत्री बनते ही पूरे छत्तीसगढ़ में भय का माहौल बन गया।जगह जगह रोहिंग्या आदिवासियों की ज़मीन पर क़ब्ज़ा करने लगे।ख़ुद अकबर छत्तीसगढ़ के संसाधन लूट के अपार संपत्ति बनाया जिसके दम पे ये कांग्रेस और सीएम तक को अपने उँगलियों में घुमाना चालू कर दिया।कवर्धा के लोहारा क्षेत्र से लेकर, रायपुर के हर गली से लेकर अंबिकापुर के महामाया पहाड़ी में रोहिंग्या की बसावट होने लगी।झंडा विवाद में तो विजय ने ही सबसे पहले इस अकबर का विरोध किया।तब अकबर ने गोबर सीएम से कह के इनको 2 महीने तक जेल में डलवा दिया।यहाँ से शुरू हुआ विजय की विजय यात्रा।इतना संघर्ष करने में बाद अंत में विजय ने अकबर को 40 हज़ार वोटो से शिकस्त दी।

बावजूद इसके अकबर का घमंड अब तक नहीं टूटा है।अब भी वो अपने अवैध कामों को कर रहा है।पर अब बारी विजय की है।पूरे छत्तीसगढ़ के हिंदुओ की है।अब इस अकबर को तन,मन,धन से नंगा करने की ज़रूरत है।नहीं तो ये वायरस रुकेगा नहीं।इस अकबर को पूरी तरह से ख़त्म करने की ज़रूरत है।ED,CBI,ACB और पुलिस सभी को मिला के इसको कमजोर करना है।इसके अवैध रूप से लूटे गये कई हज़ार करोड़ को वापस छत्तीसगढ़ियों को देना है जिससे यहाँ की ग़रीबी कम हों सके।इसका साथ देने वाले सभी नेता, अधिकारी और व्यवसाईयो को यहाँ से भगाना है।तभी इस राज्य में चैन और अमन स्थापित हो पाएगा।

