
बिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण ने गुरुवार को अधिकारियों की बैठक लेकर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की जिले में प्रगति की समीक्षा की। योजना के अंतर्गत जिले के लिए निर्धारित लक्ष्य 9,66० के विरूद्ध मात्र 4,731 आवेदन ही पंजीकृत किए गए हैं। उन्होंने जनप्रतिनिधियों के सहयोग से तेजी से काम कर लक्ष्य प्राप्ति के निर्देश दिए हैं। योजना के अंतर्गत पंजीकृत कारीगरों एवं शिल्पकारों को 15 हजार रूपए की राशि टूल कीट खरीदी, उन्नत प्रशिक्षण सहित कारोबार बढ़ाने के लिए रियायती ब्याज दर पर बैंक ऋण मुहैया कराई जाएगी।

उन्होंने बताया कि परंपरागत रूप से काम करने वाले 18 तरह के कारीगर इस योजना का फायदा उठा सकते हैं। इनमें बढ़ई, नाव बनाने वाले, लोहार, अस्त्रकार, ताला साज, सोनार,कुम्हार, मूर्तिकार,चर्मकार,राजमिस्त्री,चटाई-झाड़ू बनाने वाले, खिलौने बनाने वाले, मालाकार, धोबी, दर्जी, मछली के जाल बनाने वाले कारीगर एवं शिल्पकार शामिल हैं। कारीगरों द्बारा सीएससी के जरिए आवेदन करने के बाद सरपंच द्बारा इसका अनुमोदन किया जाएगा। इस प्रक्रिया में काफी विलंब हो रहा है ।
कलेक्टर ने सबंधित सरपंचों को जनपद पंचायत मुख्यालय में बुलाकर उन्हें इस काम के लिए मार्गदर्शन देने के निर्देश दिए और इस काम के लिए अलग से एक कम्प्यूटर ऑपरेटर नियुक्त करने को कहा। बैठक में जिला पंचायत सीईओ अजय अग्रवाल, उद्योग विभाग के सीजीएम कुसरे सहित सभी जनपद पंचायत सीईओ एवं नगरीय निकायों के सीएमओ सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

