सांस्कृतिक विरासत को सहेजने एस.डी.ओ. निश्चल शुक्ला के मार्गदर्शन में की जा रही जतन
बिलासपुर। वन मंडल बिलासपुर के सब डिवीजन कोटा में कृष्ण जन्माष्टमी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कृष्ण कुंज परिसर को रंग रोगन कर भव्य रुप से सजाया गया। साथ ही परिसर में स्थित भगवान कृष्ण की प्रतिमा की भी आकर्षक साज-सज्जा की गई।
एस.डी.ओ. निश्चल शुक्ला के मार्गदर्शन पर कई दिनों से उत्सव मनाने की तैयारी की जा रही थी। इसी क्रम में गुरुवार को एस.डी.ओ. निश्चल शुक्ला एवं स्टॉफ के द्बारा कृष्ण कुंज में बने कृष्ण भगवान की मूर्ति का पूजन कर यहां लगे फलदार और औषधि युक्त पौधों की भी पूजन कर प्रकृति का आभार व्यक्त किया गया।
उद्यान में दूर्लभ प्रजाति के पौधे हैं।
बता दें वन विभाग की एक महत्वाकंक्षी योजना सामाजिक समरसता के साथ- साथ धार्मिक आस्था तथा के उ्द्देश्य से कृष्ण कुंज को बनाया गया हैं। इसके तहत एक लघु पर्यटन, औषधि, फलदार तथा ऑक्सिजोन के रूप में तहसील और ज़िला स्तर पर पौधों को विकसित कर आकार देने के लिए विभाग निरंतर प्रयासरत हैं। जिसे लेकर बिलासपुर वनमंडल के कोटा उप वनमंडल अन्तर्गत कोटा परिक्षेत्र के ऐतिहासिक मेला स्थल कोटसागर में एक एकड़ में कृष्ण कुंज तैयार किया गया हैं, जहां दुर्लभ प्रजाति के पौधे लगाकर एक आदर्श उद्यान का रूप विभाग द्बारा दिया गया हैं। परिसर के भव्य प्रवेश द्बार को चारों ओर से सुरक्षित फेंसिग कर श्री कृष्ण भगवान की मोहक मूर्ति स्थापित की गई हैं। लगाये गये पौधों में कदंब, पीपल बरगद, आँवला, गंगा इमली, शहतूत, अमरूद, चंदन, बनारसी बेर ,आम,जामुन सहित अन्य पौधे लगाये गये इसका उद्देश्य सांस्कृतिक विरासत को जोड़ना हैं। यह कहना सर्वथा उचित होगा कि वन विभाग का यह कार्य निश्चित रूप से उल्लेखनीय हैं।



