By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Notification Show More
Font ResizerAa
  • बिलासपुर
  • छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • अंतरराष्ट्रीय
  • शिक्षा
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • व्यापार-उद्योग
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Reading: आदिवासी सीएम का सपना आज भी अधूरा है ,,,,समय बीत गया आदिवासियों को उनका संवैधानिक अधिकार नहीं मिला है
Share
Font ResizerAa
  • बिलासपुर
  • छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • अंतरराष्ट्रीय
  • शिक्षा
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • व्यापार-उद्योग
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Search
  • बिलासपुर
  • छत्तीसगढ़
  • राजनीति
  • अंतरराष्ट्रीय
  • शिक्षा
  • वन विभाग
  • स्वास्थ्य
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • धर्म-कला-संस्कृति
  • व्यापार-उद्योग
  • खेल
  • हाईकोर्ट
  • अन्य
Have an existing account? Sign In
Follow US
> Blog > बिलासपुर > आदिवासी सीएम का सपना आज भी अधूरा है ,,,,समय बीत गया आदिवासियों को उनका संवैधानिक अधिकार नहीं मिला है
बिलासपुर

आदिवासी सीएम का सपना आज भी अधूरा है ,,,,समय बीत गया आदिवासियों को उनका संवैधानिक अधिकार नहीं मिला है

Jp agrawal
Last updated: 2023/05/20 at 1:26 PM
Jp agrawal Published 20/05/2023
Share
SHARE

50–55 सीटों पर चुनाव लड़ेगा सर्व आदिवासी समाज, पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री ने समाज को चुनाव लड़ने पर मजबूर किया….अरविंद नेताम


बिलासपुर। सर्व आदिवासी समाज सामाजिक क्रियाकलापों के बाद अब राजनीति के क्षेत्र में भी कूद पड़ा है। 20 साल पुरानी इस संस्था में आदिवासी समाज के कई वरिष्ठ सामाजिक और राजनीतिक लोग शामिल हैं जो अधिक से अधिक समाज को लाभ दिलाने के लिए तमाम तरह के प्रयास कर रहे हैं।बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर द्वारा संविधान में दी गई व्यवस्था को लागू कराने की मांग उनके द्वारा लगातार की जा रही है।मगर राज्य सरकार आदिवासियों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है या फिर देना नहीं चाहती है। इसी बात से नाराज होकर समाज अब राजनीति के क्षेत्र में सामने आ रहा है।ये कहना है पूर्व केंद्रीय मंत्री व सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष अरविंद नेताम का।शनिवार को बिलासपुर प्रेस क्लब में चर्चा करते हुए आदिवासी मुखिया ने माना कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।उनको आदिवासियों के हितों से कोई लेना देना नहीं है। यहां तक कि संविधान के नियमों का भी उनके द्वारा पालन नहीं कराया जा रहा है।समाज की पीड़ा बताते हुए उन्होंने कहा कि पेशा कानून आदिवासियों के लिए संरक्षण के लिए कानून है मगर राज्य सरकार की ओर से इस मामले में किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आती है। इसलिए परेशान होकर समाज ने राजनीति के क्षेत्र में जाने का कदम उठाया है। समाज सामाजिक आंदोलन से जाता है ना कि राजनीतिक आंदोलन से। उन्होंने कहा कि बहुत कठिन समय आ गए हैं आदिवासियों के लिए। जल जंगल जमीन बचाने के लिए खतरा मोल लेना पड़ रहा है। श्री नेताम ने कहा कि जो सीटें आरक्षित है वहां से चुनाव तो लड़ा ही जाएगा साथ ही जिन क्षेत्रों में 20 से 40 फ़ीसदी आदिवासी मतदाता हैं वहां भी चुनाव लड़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि लगभग 50 से 55 सीटों पर सर्व आदिवासी समाज चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है।उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न छोटे दलों से भी उनकी चर्चा चल रही है अगर वह भी साथ आ गए तो एडजस्ट करके चुनाव लड़ा जाएगा। बस्तर के हालात बताते हुए उन्होंने कहा कि लगभग 20 से 25 जगह आंदोलन किए जा रहे हैं मगर ना सरकार न प्रशासन किसी तरह से आंदोलन को खत्म कराने या चर्चा करने के लिए तैयार है। सर्व आदिवासी समाज के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बी एस रावटे ने समाज की पीड़ा बताई, कहा कि विभिन्न दलों से आदिवासी नेता सांसद और विधायक या अन्य जनप्रतिनिधि जरूर बन जाते हैं मगर दलों में जाने के बाद वह दल की भाषा बोलने लगते हैं और समाज को उपेक्षित कर देते हैं। उन्होंने इस पर चिंता जताई। तमाम आदिवासी परेशानियों को लेकर 23 सूत्री मांगों को पूरा कराने 29 मई को पूरे प्रदेश भर में जिला स्तर पर कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिये जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री सपना हो गया है। बस्तर में संवैधानिक मूलभूत अधिकार भी लोगों को प्राप्त नहीं है। निर्दोष आदिवासियों को मारा जा रहा है।फोर्स बढ़ाकर आदिवासियों के साथ ज्यादतियां की जा रही है। तमाम तरह के घोटालों का अंबार लगा हुआ है, सरकार भी ध्यान नहीं दे रही है। विभिन्न दलों में आदिवासी समाज के 29 विधायक हैं मगर सभी राजनीतिक दलों का पट्टा लगाकर बैठ गए हैं,और समाज के लिए गूंगे बहरे हो गए हैं। इस मौके पर बिलासपुर के पूर्व एडिशनल एसपी व गोंडवाना गोंड़ महासभा के अध्यक्ष अकबर राम कोर्राम ने कहा कि समाज का काम सामाजिक काम करना होता है मगर पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्रियों ने चुनाव लड़ने के लिए उन्हें बाध्य कर दिया है। 2016 में बीजेपी की गवर्नमेंट में आदिवासियों को जमीन लीज पर दिए जाने का आदेश निकाला गया था हजारों एकड़ जमीन पिछले दरवाजे से दूसरों के पास जा रही हैं। 700 फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर लोग विभिन्न संस्थानों में काम कर रहे हैं, मगर कार्यवाही नहीं हो रही है। आदिवासी इंजीनियर और मेडिकल छात्रों को परिवार की ढाई लाख रुपए सालाना आय होने पर छात्रवृत्ति जारी नही की जा रही है जबकि दूसरे समाज को 8 लाख रुपए होने के बाद भी उन्हें छात्रवृत्ति दी जा रही है।भर्ती पदोन्नति रोस्टर के हिसाब से नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के सामाजिक ताना-बाना को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है,इसलिए 23 सूत्रीय मांग पूरा कराने की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।प्रदेश सचिव विनोद नागवंशी ने बताया कि आजादी के 75 साल बाद भी आदिवासियों की पहचान मुख्यमंत्रियों के फोटो से दिखाई पड़ती है जिसमें वे चप्पल और जूते बांटते हुए बड़े-बड़े फ्लेक्स टांगे हुए होते हैं। आदिवासियों को 32 फीसदी आरक्षण देने को लेकर कोई भी चर्चा नहीं हो रही है। पेसा बनने के बाद ग्रामसभा के अधिकारों को ही छीन लिया गया है। आदिवासी निरीह जिंदगी जी रहे है।नक्सल समस्या में भी आदिवासी ही मारे जा रहे हैं। सड़क बनाना हो तो आदिवासी की जमीन ली जा रही है, या कुछ भी कार्य किए जा रहे हैं आदिवासियों की जमीन छीन ली जा रही है। यही नहीं फॉरेस्ट एक्ट में लगातार कार्यवाही कर आदिवासियों को प्रताड़ित किया जा रहा है।पत्रकारों से चर्चा के दौरान कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बीएस रावटे, प्रदेश प्रभारी जीवराखन मरई, जिला अध्यक्ष कांकेर मानक दरपट्टी और बिलासपुर जिला अध्यक्ष रमेश चंद्र श्याम सहित अन्य आदिवासी नेता यहां मौजूद रहे।

Jp agrawal

You Might Also Like

अतिरिक्त कलेक्टर पर प्रताड़ना का आरोप, संघ ने की शिकायत..

सरकारी जमीन पर रसूखदारों का कब्जा, 17 साल से चल रहे थे ईंट भट्टे..

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सिलपहरी शाला में उत्साहपूर्वक योगाभ्यास, सरपंच ने दिलाई नियमित योग करने की शपथ..

जनदर्शन में उमड़ी भीड़: कलेक्टर ने सुनीं 150 से अधिक शिकायतें, अधिकारियों को दिए त्वरित समाधान के निर्देश..

अग्रवाल सभा बिलासपुर की कार्यकारिणी बैठक संपन्न, समाजहित में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय..

Jp agrawal 20/05/2023 20/05/2023
Share This Article
Facebook Twitter Email Print
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मुख्य समाचार

यादव समाज ने छात्रों को किया सम्मानित, लॉन्च की वेबसाइट..
छत्तीसगढ़
मानसून की सुस्ती: 22 जून से छत्तीसगढ़ में घटेगी बारिश, सरगुजा को आज भारी बारिश का अलर्ट..
छत्तीसगढ़
शराब घोटाला: लखमा की रिमांड बढ़ी, बघेल ने साधा सरकार पर निशाना..
छत्तीसगढ़ राजनीति शासन
जांजगीर-चांपा: 31 पुलिसकर्मी बदले, देखें लिस्ट..
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ : 400 करोड़ के ‘महाघोटाला’ में बड़ा एक्शन, तत्कालीन SDM अशोक कुमार मार्बल निलंबित !
छत्तीसगढ़
आबकारी घोटाले में ED का ‘धमाका’: कवासी लखमा के बेटे की 6 करोड़ की संपत्ति अटैच, कांग्रेस दफ्तर भी कुर्की की जद में!
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक के संकेत: आज से राहत, गरज-चमक के साथ बारिश के आसार..
छत्तीसगढ़
सरकारी जमीन पर ‘सत्ता का खेल’: स्टे के बावजूद भाजपा नेता ने जारी रखा निर्माण, अब बुलडोजर का इंतजार..
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में बड़ी सफलता: बीजापुर में 2 टॉप नक्सली कमांडर समेत 4 ढेर, मुठभेड़ जारी; भास्कर जैसे इनामी नक्सली का खात्मा..
छत्तीसगढ़
बीएसएनएल कर्मचारी पर जानलेवा हमला, मोबाइल और पर्स लूटे
क्राइम छत्तीसगढ़
© Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?