
बिलासपुर।शुक्रवार को सरकारी स्कूलों में ताला लगा रहा। सरकारी स्कूल के शिक्षक अपनी मांगों को लेकर और अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के आवाहन पर समर्थन देने हड़ताल में शामिल हुए । जिसके चलते स्कूलों में ताला लगा रहा शिक्षा विभाग में एक ओर स्कूलों में प्रवेशोत्सव मना कर नए शैक्षणिक सत्र के लिए बच्चो का अभिनंदन किया जा रहा है तो दूसरी ओर शिक्षा सत्र के प्रारंभ में ही शिक्षकों की हड़ताल से उनकी पढ़ाई भी बुरी तरह प्रभावित हो रही है ।कोरोना काल की विभीषिका से पहले से ही शिक्षा का स्तर नीचे गिर गया है और इसी तरह हड़ताल पर हड़ताल होते रहे तो शिक्षा का स्तर उठाने में कितना समय लगेगा और किस हद तक क्षतिपूर्ति की जा सकती है कहा नहीं जा सकता।शिक्षकों के द्वारा किए जा रहे लगे तो लगातार हड़ताल से अभिभावकगण भी आहत हैं, और कहीं ना कहीं उन्हें अपने बच्चों के भविष्य के लिए बुन रहे सपनों पर पानी फिरते दिखाई दे रहा है।
वहीं हड़ताल के अवसर पर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा है कि सरकार ने जनघोषणा पत्र के शिक्षको का वादा पूरा नही किया है,,,लंबित 9 प्रतिशत मंहगाई भत्ता देय तिथि से देने के बजाय केवल 5 प्रतिशत मंहगाई भत्ता देने का निर्णय लेना तथा पूर्ण पेंशन की पात्रता अवधि को 33 वर्ष से घटाकर 30 वर्ष करने का निर्णय अस्वीकार है, इससे कर्मचारियों व शिक्षकों में आक्रोश बढ़ा है, प्रमुख शिक्षक संघो द्वारा छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा का गठन कर एक सूत्रीय मांग – पूर्व सेवा अवधि की गणना कर प्रथम नियुक्ति तिथि से सही वेतन का निर्धारण कर सहायक शिक्षको की वेतन विसंगति दूर कर / क्रमोन्नत वेतनमान, पुरानी पेंशन निर्धारित कर एवं कुल 20 वर्ष की सेवा में पूर्ण पेंशन दिया जावे, को लेकर,,2 स्तरीय निर्णायक संघर्ष किया जाएगा, जिसके तहत 18 जुलाई को प्रदेश स्तरीय रैली व प्रदर्शन, राजधानी रायपुर में किया जाएगा इसके बाद प्रदेश के समस्त शिक्षक संवर्ग 31 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाएंगे।

