
स्वास्थ्य विभाग का दावा डायरिया से नही हुई है मौत
बिलासपुर।बिलासपुर। बिलासपुर में एक बार डायरिया का प्रकोप फिर बढ़ गया है। विगत दिनों तालापारा और चांटीडीह क्ष्ोत्र में डारिया के कहर से लोग दहशत में थ्ो। वहीं मंगलवार को वार्ड 32 के इमलीपारा क्ष्ोत्र में 2 महिलाओं की मौत हो गई है। उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। जबकि मोहल्ले में दस से बारह लोग बीमार हैं। हालाकि स्वास्थ्य विभाग मौत की खबर को डायरिया से नहीं बल्कि हाइपरटेंशन और बीपी शुगर की वजह से होने का दावा कर रही है। मगर वार्डवािसयों का कहना है कि डायरिया से हुआ है। महिलाओं की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सर्वे किया और इमलीपारा स्थित भवन में कैंप लगाकर दवा वितरण की।
शहर के इमलीपारा क्ष्ोत्र में पिछले कुछ दिनों से डायरिया फैला है। उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर मोहल्ले की रहने वाली ऊर्षा शर्मा और कमला कुर्रे को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। एक साथ दो महिलाओं की मौत के बाद मोहल्ले में दहशत का माहौल है। मोहल्ले वासियो ने बताया कि पाइप में लीकेज के चलते नल से गंदा पानी आ रहा है। जिसके कारण वे परेशान हैं। पिछले 3-4 दिनों से लोग डायरिया से पीड़ित हैं। सभी मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मौत की खबर मिलते ही पहुंचे निगमकर्मी
डायरिया से महिलाओं की मौत होने की खबर नगर निगम के अफसरों को मिली। इसके बाद वार्ड में जल विभाग के कर्मचारियों की टीम को भेजा गया। टीम ने पानी का सैंपल लिया है। इसके साथ ही टूटे- फूटे पाइप को दूरुस्त किया गया। खबर मिलते ही सीएचएमओ डॉ. राजेश शुèक्ला, मिडिया प्रभारी नवसाद अहमद, डॉ. वीके वैष्णव भी मृतकों के घर पहंुचे और पीड़ितो से भी मिले। जिन्होंने बताया कि उनमें से एक महिला की मौत हाइपरटेंशन से हुई है जबकि दूसरे का पता नहीं चल पाया।
स्वास्थ्य विभाग ने शुरू किया सर्वे, पानी सैंपल भ्ोजा सिम्स
स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिलने पर पर डॉक्टर जिला सर्विलेंस अधिकारी बीके वैष्णव, मैनेजर डाटा आईडीएसपी इंजीनियर श्याम मोहन दुबे डिस्टि्रक्ट शहरी कार्यक्रम प्रबंधक अंशुल एवं मोनिका सिह माइक्रोबायोलॉजिस्ट के द्बारा मंगलवार को प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण किया गया । क्षेत्र में स्वास्थ्य शिविर लगाकर उल्टी दस्त से प्रभावित 1० लोग उपचार रत हैं। जिसमें छह मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है तथा अन्य चार मरीजों को घर पर दवा दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्बारा कुल 75 घरों का सर्वे किया गया। इस दौरान सभी घरों में ओआरएस एवं जिक का वितरण किया गया है। वार्ड में विभिन्न स्थानों से कुल 7 जल स्रोतों से जल का नमूना संग्रहित कर जांच हेतु माइक्रोबायोलॉजी विभाग सिम्स भेजा गया है।
तिफरा में भी मिले डायरिया के मरीज
विकासखंड बिल्हा के तिफरा बछेरापारा क्ष्ोत्र में 2० व्यक्ति उल्टी दस्त से प्रभावित हैं, जिनमें से चार व्यक्ति अस्पताल में उपचार ले रहे हैं, तथा 16 व्यक्तियों को घर पर दवाई दी गई है। स्वास्थ्य विभाग द्बारा क्षेत्र में 7० घरों का सर्वे किया गया है तथा सभी घरों में ओआरएस एवं जिन का वितरण किया गया। दोनों क्षेत्रों में सर्वे के दौरान घरों में दवाई वितरण करते हुए लोगों का फॉलो अप लिया जा रहा है और स्वच्छता अपनाने, पानी उबाल कर पीने क्लोरीन टैबलेट का उपयोग करने के लिए सुझाव दिए जा रहे हैं । बोर एवं अन्य संदिग्ध प्रदूषित जल स्रोतों के पानी को पीने से मना किया गया है।
निगम की लापरवाही
इस मामले को लेकर वार्ड पार्षद स्वर्णा शुक्ला ने कहा कि वार्ड में लगातार साफ-सफाई कराई जाती है। पादप लाइन भी बदले गए थ्ो। निगम की ओर से कई बार लापरवाही हो जाती है जबकि समय समय पर उन्हें जानकारी देते रहते हैं। पार्षद ने भी मृत दो महिलाओं मे से एक की मौत का कारण अटैक आना और दूसरे की मौत की वजह नहीं चल पाने की जानकारी दी।


