
रायपुर/बीजेपी ने मंत्रीमंडल को विभागों का बँटवारा कर दिया हैं।जैसा कि लोगो को पहले से पता था कि विजय शर्मा को गृह मंत्रालय का दायित्व सौंपा गया हैं।जिस तरह से कवर्धा की लॉ एंड ऑर्डर की धज्जियाँ उड़ायी हैं और पूरा छत्तीसगढ़ को डराया, ये ज़रूरी हों गया था कि कवर्धा से ही शुरुआत की जाए। भाजपा ने तो पूरा राज्य और केंद्र के मंत्रियों को कवर्धा में अकबर को हराने लगा दिया था।वही से तय हो गया था कि कवर्धा में मोहम्मद अकबर कितना महत्वपूर्ण हैं।विजय शर्मा को तो 2 महीना जेल तक भेजवा दिया गया।आज तक झंडा विवाद में शामिल एक विशेष समुदाय के लोगो को जेल नहीं हुआ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मोहम्मद अकबर ने कवर्धा से ही पूरा नंगा नाच चालू किया था।बाहर से रोहिंग्या और एक विशेष समुदाय के लोगो को बसाना चालू कर दिया।सबको राशन कार्ड और वोटर कार्ड दिलाया।अटल आवास में बसाया। जब छत्तीसगढ़ में घुसपैठ हो रहा था तब भूपेश बघेल अपने उपसचिव के अंदर जाने को लेकर टेंशन में था।लोग कहते हैं ये भारतवर्ष का पहला ऐसा नेता रहा होगा जो एक डिप्टी कलेक्टर रैंक की महिला से राज्य चलाता रहा।कवर्धा के होटल में तो चुनाव के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं को कैश वाला कमरा भी मिला।

इनका सारा घमंड टूट चुका हैं।अब बारी न्याय की हैं।सबसे पहले तो अकबर और इनके चेलों की सारी संपत्तियों की जाँच होनी चाहिए। ये अपने चुनावी एफिडेविट में मात्र 7 करोड़ का प्रॉपर्टी बताता हैं। इसने रायपुर में कई महेंगी से महेंगी ज़मीन ख़रीद डाले हैं। जिसमें ये अपना अधिक्तर कैश लगाया हुआ हैं।रायपुर,हैदराबाद में होटल के अलावा सिलतरा में कई फैक्ट्री खोल डाला हैं।मुंबई,दुबई,कुवैत और कतर में भी इसका बड़ा बिज़नेस हैं, जिसमें ये हवाला के माध्यम से पैसों को ठिकाने लगाता हैं।कम से कम इसके पास 5 हज़ार करोड़ की प्रॉपर्टी हैं।इसका मतलब अब ई डी,सी बी आई या एसीबी से जांच कराके इसको आय से अधिक संपत्ति के केस में जेल भेजा जा सकता हैं।इन्ही संपत्तियों का ये इस्तेमाल कांग्रेस को चुनाव जिताने में लगाता हैं।
इस घोरखधंधे में इसका सबसे बड़ा पार्टनर वनविभाग का मुखिया श्रीनिवास राव हैं।अकेले कैम्पा फण्ड से ही इस भ्रष्ट PCCF ने अकबर को हज़ार करोड़ से भी अधिक कमा के दिया हैं।अगर ये पकड़ाया तो अकबर के ख़िलाफ़ तत्काल मुँह खोलेगा और अकबर जेल जाएगा।अकबर का मुनीम सारे वनमंडलों में जाकर सभी डीएफओ को धमका के सिर्फ़ 20% का काम करके 100% पेमेंट लिया हुआ हैं।इसकी भी जाँच की जा सकती हैं।अकबर ऐसा नेता हैं कि अभी भी श्रीनिवास राव के माध्यम से वनविभाग से पैसे बँटोर रहा हैं।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी कुछ दिनों पहले ही छ.ग. सभी वनमंडलों को राव ने 10-10 लाख का टारगेट दिया हुआ हैं। इस टारगेट को 31 दिसंबर तक पूरा करना हैं।इन पैसों से ये अकबर का किया एहसान चुकाने वाला हैं।अकबर ने ही 7 सीनियर IFS को दरकिनार करके इसको PCCF का पद दिलवाया जिसका ये एहसान ज़िंदगी भर मानने वाला हैं।इसके अलावा बाहर से आए बाहरी विशेष समुदाय को बसाने के आरोप में इसके ऊपर राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत जेल होना चाहिए।अब चूँकि कवर्धा के ही विधायक जिसको ये प्रताड़ित किए हैं वो गृह विभाग का मुखियां बन चुके हैं तो अकबर की पैंट सिर्फ़ गिली नहीं, पीली भी की जा सकती हैं।बस पुलिस का सही इस्तेमाल करने की ज़रूरत हैं।

