
राष्ट्र को बचाना है तो हमें सोई हुई आत्मा को जगाना होगा- नायक दीपचंद
सैल्युट तिरंगा संगठन की प्रेसवार्ता
बिलासपुर। हम लोग सैनिक है, सैनिक या तिरंगा लहरा कर आते हैं या तिरंगा ओढ़कर आते हैं मगर पीछे नही हटते । उस तिरंगे की अहमियत का हमें बखूबी पता है। यह राष्ट की आन, बान, शान है। हर छोटे से लेकर बड़े और बच्चे तक का यह स्वाभिमान होना चाहिये, ऐसा नही कि दिखावे के लिए हम लोग भारतमाता की जय बोलें।
यह बातें सैल्युट तिरंगा संगठन द्बारा शुक्रवार को आयोजित शहीद वीरनारायण सिंह अवार्ड फंक्शन के लिए पहंुचे कारगिल युद्ध के नायक दीपचंद ने कहा। यश पैलेस में आयोजित प्रेसवार्ता में 26/11 के रियल हिरों मंगेश नायक भी उपस्थित थ्ो जिन्होंने राष्ट और सैनिकों के सम्मान में आयोजित इस कार्यक्रम में ज्यादा से लोगों को शामिल होने की अपील की। नायक दीपचंद ने कहा कि युवा पीढ़ी को अगर राष्ट के बारे में बताना है तो एकजूट होना पड़ेगा। आज हम लोग टूकड़े टूकडे में हो चुके हैं हर आदमी ने अपने अपने को बांट दिया गया है किसी ने जाति के हिसाब से किसी ने मजहब के हिसाब से तो किसी ने क्ष्ोत्रवाद के हिसाब से । मगर एकजूटता कहां पर आती है जब हतारा तिरंगा आता है जब ये सैल्युट निकलता है, तब सब कुछ खत्म हो जाता है ।
हिंदु ,मुस्लिम, सिख, ईसाई सिर्फ एक ही मन में रहता है सारे जहां सेे अच्छा हिंदुस्ता हमारा। उन्होंने कार्यक्रम के जरिये सभी को सैनिको की गाथा सुनने की अपील की और कहा कि सैनिको का बहूंत महत्व रहता है इस देश के लिए , क्योकि जो इतिहास रचते हैं वो सैनिको ने रचा हुआ है। चाहे आप मंगल पांडे को ले लिजिए चाहे आने वाले युवा पीढèी को ले लिजिए । एक दूसरे को दोष न देते हुए हमे एकजूट होना है कमिया हजारो लोग निकाल देते हैं कमियो को दूर करके एकजूटता कैसे किया जाए उसी को देखना चाहिए इस राष्ट्र को बचाना है तो हमें सोई हुई आत्मा को जगाना होगा।
बता दें कि सैल्युट तिरंगा संगठन का कार्यक्रम दोपहर 3 बजे यश पैलेस में आयोजित होगा जिसमें केंद्रिय मंत्री रेणुका सिंह अतिथि के रुप में शामिल होंगी। इस अवसर पर अलग अलग क्ष्ोत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर समाज सेवक हितेश तिवारी उपस्थित थ्ो।

