बिलासपुर। छठ महापर्व के लिए व्रती महिलाओं शनिवार को बाजार में पूजा सामग्री की खूब खरीदारी की । अन्न जल त्याग कर 36 घंटे का निर्जला व्रत रखी महिलाओं ने बांस की बनी हुई टोकरी (दउरा) पांच प्रकार के फल ,नारियल, कंद, सब्जी पूजन का सामान गन्ना, कद्दु व अन्य जरुरी सामानों की खरीदी की।
मिSी के चुल्हे पर बनाया खरना का प्रसाद
छठी मैया के गीत गाते हुए शाम को मिSी के नये चुल्हे पर आम की लकड़ी का उपयोग करके खरना का प्रसाद बनाया। जिसे उन्होंने गन्ने के रस, गुड और चावल से खीर तैयार किया। महिलाओं ने इसे पूरी पूरी शुद्धता के साथ तैयार किया और चंद्रमा निकलने पर अघ्र्य दिया गया।
डूबते सूर्य को अघ्र्य देंगे आज
छठपर्व के तीसरे दिन शाम 5:18 बजे डूबते सूर्य की पूजा
की जाएगी। इस दौरान पुरुष वर्ग बांस की टोकरी को फलए ठेकुआ, चावल के लड्डू और पूजा के सामान से सजाकर छठघाट पर ले जाएंगे । जहां सूर्यास्त से कुछ समय पहले सूर्य देव की पूजा की जाएगी इसके बाद फिर डूबते हुए सूर्य देव को अघ्र्य देकर पांच बार परिक्रमा की जाएगी।


