
विभागीय अधिकारियों को देंगे आवेदन
बिलासपुर। नगर में बिजली बिलों की गणना में होने वाली गड़बड़ी और लोगों द्वारा समय पर बिल जमा नहीं करने की आदत को सुधारने के लिए मोबाइल की तर्ज पर प्री पेड बिजली मीटर लगाने की मांग की गई है।
एक अनुशासित नागरिक की तरह हर महीने तय तिथि पर बिजली बिल जमा करने वाले लोगों को भी शिकायत बनी रहती है। एक अनुशासित नागरिक की तरह हर महीने निश्चित समय पर बिजली बिल जमा करने वाले लोगों को भी अनाप-शनाप बिलिंग भेज दी जाती है। रोजाना शिकायतों का अंबार नेहरू नगर स्थित बिजली ऑफिस में लग रहा है। मीटर रीडर भी प्रति माह नियमित रूप से नहीं पहुंचते हैं। इस दोस्त पूर्ण कार्य प्रणाली को सुधारने की बजाय कई महीने की रीडिंग एक साथ भेज दी जाती है। इसी के साथ समय पर बिजली बिल नहीं जमा करने वाले और बिजली चोरी करने वालों की मौज रहा करती है। अनुशासित उपभोक्ताओं की इन परेशानियों और शिकायतों को ध्यान में रखते हुए की राजधानी रायपुर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने काम का काम शुरू हो गया है।
प्रीपेड मोबाइल की तरह काम करेंगे। उपभोक्ताओं के अकाउंट में जितना पैसा होगा उतनी बिजली का उपयोग कर पायेंगे। इसके बाद रिचार्ज करना पड़ेगा। घरों, दफ्तरों और कारखानों में बिजली महीने से रिचार्ज सिस्टम से चालू और बंद होगी। इसकी शुरुआत राजधानी रायपुर से हो गई है।
हालांकि प्रीपेड मीटर लगाने के विरोध में छत्तीसगढ़ में राजनीति भी शुरू हो गई है लेकिन अनुशासित उपभोक्ता सरकार की इस पहल की सराहना कर रहे हैं। बिजली चोरों के कारण विभाग को बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है। कयास यह भी लगाए जाते हैं कि घाटा को पूरा करने के लिए विभाग के द्वारा डिफरेंस की राशि को नियमित रूप से बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं के खाते में जोड़ दिया जाता है। अब प्रदेश में एक साथ स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने से विभाग को होने वाले घाटे की कोई गुंजाइश नहीं रह जाएगी।
बिजली विभाग के सूत्रों के अनुसार मीटर लगने से उपभोक्ता को जितनी बिजली की आवश्यकता होगी उतनी बिजली के लिए रिचार्ज कर सकता है अभी तक कई शिकायतें उपभोक्ताओं के द्वारा आती थी कि जिस प्रकार से बिजली कंपनियों के द्वारा बिल ज्यादा आ रहा है अब यह शिकायत दूर होगी और अगर कोई बिजली का उपयोग नहीं करता है तो बिजली का बिल नहीं आएगा। जितनी बिजली जलाएंगे उतना उनको रिचार्ज करना पड़ेगा और लोगों को भ्रम नहीं रहेगा कि उनका बिल ज्यादा आ रहा है।
इससे बिजली कंपनी को फ़ायदा होगा क्योंकि अभी तक लोग पहले बिजली का उपयोग करते हैं और महीने भर बाद बिजली का बिल भरते हैं जिससे बिजली कंपनी को पैसे मिलने में डेढ़ माह का वक्त लग जाता है कंपनी के नजरिए से यह एक दिक्कत है। बिजली कंपनी को हर महीने रीडिंग के लिए लोगों के घर कर्मचारियों को भेजना पड़ता है। इससे समय और मेहनत लगती है और बिल को लेकर लोगों की शिकायतें भी रहती हैं। इन समस्याओं को दूर करने के लिए लोग अब घर बैठे सुविधाएं देने के लिए स्मार्ट मीटर का कांसेप्ट लाया गया है।
इसके अलावा पुराने मीटर की बात करें तो पुराने मीटर में कई लोग आसानी से मीटर बंद कर सकते हैं। छेड़छाड़ करना काफी आसान है और मीटर में आसानी से सर्किट भी लगा सकते हैं जिससे बिजली चोरी का नुकसान ईमानदार उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने से ईमानदार उपभोक्ताओं को इस परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। वही स्मार्ट मीटर को फोन से रिचार्ज भी कर सकते हैं और बिना रिचार्ज किए बिजली भी नहीं जला पाएंगे। बिल्कुल वैसे ही जैसे मोबाइल में रिचार्ज होता है। अब उपभोक्ता बिजली के लिए रिचार्ज प्लान के मुताबिक बिजली की खपत करेंगे और इससे बिजली कंपनी को एडवांस में पैसा भी मिल जाएगा।

