खेल दिवस पर छत्तीसगढ़ में मलखंभ खेल का इतिहास और उत्थान
बिलासपुर। विशुद्ध प्राचीन भारतीय खेल मलखंभ छत्तीसगढ़ में विगत 35 वर्षों से खेला जा रहा है। सर्व प्रथम सन् 1987-88 में आल इंडिया विश्वविद्यालय मलखंभ प्रतियोगिता गुरू घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर के संयोजकता में कोनी बिलासपुर में डा.राजकुमार शर्मा, साई कोच भारत सरकार के नेतृत्व में आयोजित हुई जिसमें गुरु घासीदास वि.वि.की टीम ने भाग और उत्कृष्ठ प्रदर्शन किया। इसके बाद पुनः सन् 1994-95 में बिलासपुर में अंतर वि.वि.मलखंभ प्रतियोगिता आयोजित हुआ। जब छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण 2000 में हुआ तब छत्तीसगढ़ मलखंभ संघ की स्थापना हुई और 2002 में विधिवत पंजीयन कराया गया तब से अब तक छत्तीसगढ़ मलखंभ संघ के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ के मलखंभ खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहरा रहा है।
महासचिव छत्तीसगढ़ मलखंभ संघ के डॉ राजकुमार शर्मा ने बताया कि वर्ष 2019 में बिलासपुर में सब जुनियर, जुनियर और सीनियर राष्ट्रीय मलखंभ प्रतियोगिता आयोजित किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ पदक विजेता रहा इसके बाद उज्जैन में टीम चैंपियन शिप महिला व पुरूष वर्ग में कास्य पदक जीता तथा पंचकूला में आयोजित खेलो इंडिया में कास्य, अहमदाबाद गुजरात में आयोजित 36 वां नेशनल गेम्स में कास्य पदक जीतकर छत्तीसगढ़ राज्य का नाम राष्ट्रीय स्तर पर चमका दिया। गत वर्ष विश्व मलखंभ प्रतियोगिता में भी छत्तीसगढ़ तीन खिलाड़ी का चयन हुआ था जिसमें स्वर्ग पदक जीता था
दिनांक 23-06-2023 को विश्व ओलंपिक दिवस मनाया गया जिसमें 36 वें राष्ट्रीय खेल गुजरात में भाग लेकर छत्तीसगढ़ की झोली में पदक दिलाने वाले महिला एवं पुरूष मलखंभ खिलाड़ियों और अधिकारियों का छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ द्वारा सम्मान समारोह मुख्यमंत्री निवास सिविल लाइन रायपुर में आयोजित किया गया जिसमें माननीय भूपेश बघेल जी,मुख्यमंत्री एवं अध्यक्ष छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के हाथों सम्मानित हुए।
विदित हो कि गत वर्ष 30 सितंबर से 12 अक्टूबर तक राष्ट्रीय खेल गुजरात में छत्तीसगढ़ के महिला पुरूष मलखंभ खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीतकर छत्तीसगढ़ राज्य का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया था।
अभी छत्तीसगढ़ में खेलो इंडिया मलखंभ सेंटर नारायणपुर जिला में स्थापित है। शासन से अपेक्षा है कि खेलो इंडिया का सेंटर छत्तीसगढ़ के सम्पूर्ण जिले स्थापित हो जिससे मलखंभ का पूर्ण विकास हो।


